मुख्तार अंसारी के सहयोगियों के घरों पर चला 'बाबा का बुलडोजर', मिट्टी में मिलाई अवैध संपत्ति

मुख्तार अंसारी के सहयोगियों के घरों पर चला बाबा का बुलडोजर, मिट्टी में मिलाई अवैध संपत्ति
प्रशासन का कहना था कि मकान के आगे निकला छज्जा अवैध है इसलिए इसे ध्वस्त किया गया है। इसी से लगी एक दीवार भी गिराई गई है।

बांदा। चित्रकूट की जेल में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी से बहू निखत की गुपचुप मुलाकात के बाद जांच के जद में आए बांदा के दो ठेकेदारों को एसटीएफ ने अभी हाल में ही उठाया था। दोनों से पूछताछ की गई थी। पूछताछ के बाद मुख्तार अंसारी परिवार से संलिप्तता पाए जाने पर मंगलवार को इनके घरों के अवैध निर्माण पर योगी सरकार का बुलडोजर चलाया गया। सबसे पहले खाई पार निवासी ठेकेदार इफ्तिखार खान के घर पर सुबह करीब 10.45 बजे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई। इसके बाद ठेकेदार रफीकुशमद के घर पर बुलडोजर चलाया गया।

शहर कोतवाली अंतर्गत खांईपार मोहल्ले में रहने वाले सिंचाई विभाग के ठेकेदार इफ्तिखार के घर पर, पुलिस प्रशासन दल बल के साथ पहुंचा। सभी घर के लोगों को बाहर निकाल कर, मेन गेट और उसके बगल से लगी दुकान तथा मकान का छज्जा ढहा दिया। परिजनों ने बताया कि उन्होंने मकान का नक्शा बनवा रखा है। लेकिन प्रशासन का कहना था कि मकान के आगे निकला छज्जा अवैध है इसलिए इसे ध्वस्त किया गया है। इसी से लगी एक दीवार भी गिराई गई है। ठेकेदार इफ्तिखार खान को भी एसटीएफ ने पूछताछ के लिए उठाया था। इसके बाद जहां रात में पुलिस की एक टीम ने पत्रकार जफर के घर में तलाशी ली थी वही खाई पार स्थित ठेकेदार के खाईपार के घर में भी छापामार कार्रवाई हुई थी और आज सुबह ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।

छज्जा का निर्माण अवैध पाया गया


इसके बाद प्रशासन का यह कारवां दूसरे ठेकेदार रफीकुशमद के ईदगाह स्थित मकान में पहुंचा। यह मकान नया बन रहा है। इस मकान में भी छज्जा का निर्माण अवैध पाया गया हालांकि इस मकान का भी ठेकेदार द्वारा नक्शा बनवाया गया है। प्रशासन ने इस मकान का छज्जा दीवार और गेट तोड़ दिया। इसी क्रम में इनके पुराने मकान पर भी कार्रवाई की गई है।

अब्बास-निखत गैरकानूनी मुलाकात के मामले में शक के दायरे में घिरे -

उल्लेखनीय है कि चित्रकूट जेल में अब्बास-निखत गैरकानूनी मुलाकात के मामले में शक के दायरे में घिरे शहर के मोहल्ला अलीगंज (रामा इमामबाड़ा के पास) निवासी रफीकुस्समद के घर 28 फरवरी को लखनऊ से आई एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस के साथ दबिश दी थी। रफीक घर पर नहीं था। उसके बेटे जुनेद को हिरासत में लिया था। अगले दिन झांसी से रफीकुस्समद को भी हिरासत में लेकर बाप-बेटे से कई घंटे पूछताछ की थी। बाद में दोनों को घर भेज दिया। अब रफीकुस्समद पर नया शिकंजा कसा गया है।

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