रेलवे ट्रेक पर प्रेमी युगल के क्षत-विक्षित हालत में मिले शव

रेलवे ट्रेक पर प्रेमी युगल के क्षत-विक्षित हालत में मिले शव
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एक ही गांव के निवासियों के रुप में हुई दोनों की पहचान

ललितपुर। जनपद से गुजरने बाली झांसी-भोपाल अप लाइन पर कोतवाली तालबेहट क्षेत्र के अंतर्गत स्थानीय रेल्बे स्टेशन के पास एक किशोर व एक किशोरी का क्षत-विक्षित हालत में शव मिलने से इलाके में हड़कंप जैसी स्थिति देखी गई । आनन-फानन में राहगीरों द्वारा घटना की सूचना स्थानीय तालबेहट रेलवे स्टेशन पर दी गई । जिसके बाद रेलवे स्टेशन से कोतवाली तालबेहट पुलिस को उक्त घटना की सूचना दी गई । घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने रेलवे लाइन से दोनों शवों को कब्जे में लेकर उनकी शिनाख्त कराई और दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भिजवा दिया और उनके परिजनों को भी सूचित कर दिया । घटना की सूचना पर स्थानीय पोस्टमार्टम हाउस पर दोनों के परिजन पहुंच गए हैं। बताया गया है कि दोनों के बीच पिछले कई सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन विजातीय होने के कारण परिजन शादी के लिए राजी नहीं थे। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रेम में असफल होने के बाद युगल प्रेमी ने उक्त आत्मघाती कदम उठाया। मिली जानकारी के अनुसार बुधबार को देर रात तालबेहट रेल्बे स्टेशन से करीब 1 किमी दूर अप रेल लाइन पर खम्भा नम्बर 1076/9/11 के पास एक किशोर और एक किशोरी के क्षत-विक्षित हालत में वहां से निकलने बाले राहगीरों ने देखा, तो घटना की सूचना स्थानीय रेल्बे स्टेशन पर दी गई। जिसके बाद रेलवे स्टेशन प्रशासन द्वारा उक्त घटना की सूचना कोतवाली तालबेहट पुलिस को दी गई । घटना की सूचना पर कोतवाली तालबेहट पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से देर रात दोनों ही शवों को कब्जे में लेकर उनकी शिनाख्त कराई, तो मृतकों की शिनाख्त तालबेहट क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सुनोरी निवासी 22 बर्षीय राजकुमार विश्वकर्मा पुत्र मुन्नालाल विश्वकर्मा हाल निवासी तालबेहट और किशोरी की शिनाख्त 10 वर्षीय स्वाति पुत्री राधेश्याम पाल स्थानीय तालबेहट कस्बे के रूप में हुई। मृतकों की शिनाख्त उनके परिजनों ने की। जिसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पांचनाम भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया और जांच में जुट गई है । ग्रामीणों की माने तो इलाके में दोनों की प्रेम प्रसंग की चर्चा काफी जोरों पर थी, लेकिन दोनों की परिजन विजातीय होने के कारण शादी के लिए तैयार नहीं थे, हालांकि दोनों की परिजनानी प्रेम प्रसंग की जानकारी होने से इनकार किया है। इसीलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रेम प्रसंग में असफल होने के बाद प्रेमी युगल ने उक्त आत्मघाती कदम उठाया, जिसके परिणाम स्वरुप दोनों को अपनी जान से हाथ धोना। यह भी जानकारी मिली है कि दौनों प्रेमी तालबेहट कस्बे के एक ही मोहल्ले में रहते थे जिनके घर आमने-सामने हैं। प्रेमी और उसका परिवार पिछले करीब चार-पांच सालों से प्रेमिका के घर के सामने ही एक मकान में किराए से रह रहे थे, इसी बीच उन दोनों के बीच प्रेम का बीज अंकुरित हुआ।

देर रात हुए थे दोनों गायब

परिजनों ने बताया कि मृतक प्रेमी राजकुमार अपने बघोरा निवासी जीजा के साथ बुधबार की शाम करीब 6 बजे रिस्तेदारी में से लौटकर आया था और करीब 8 बजे खाना खाकर अकेला छत पर सो गया था। जब उसकी मां खिलनबाई ने गुरुबार की सुबह करीब 3 बजे उठकर देखा तो वह छत पर नहीं था, इसके बाद उसने अपने अन्य परिजनों को सूचना दी और काफी खोजबीन करने के पश्चात उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। शोरगुल की आवाज सुनकर सुबह करीब 4:00 लड़की की मां गुड्डी की नींद टूटी तो उसकी पुत्री भी उसके घर से गायब थी।

इसके बाद दोनों ही परिजनों ने अपने-अपने बच्चों को ढूंढा लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं चला। सुबह करीब करीब 6 बजे लड़की के भतीजे बताया कि राजकुमार की बात रात में मोबाइल पर उसकी बुआ से हुई थी। इसी बीच सुबह करीब 7 बजे कैलाश और मृतक के भाई पप्पू को पास में ही खाद की दुकान करने वाले किसी अभी का फोन आया और उसने रेलवे ट्रैक पर लड़का और लड़की के शव मिलने की बात कही। इस घटना की सूचना पर दोनों की परिजन तालबेहट रेलवे स्टेशन के पास घटना स्थल पर पहुंचे, जहां भीड़ भाड़ के बीच उन्होंने अपने बच्चों की शिनाख्त की, जिनके सब क्षत- विक्षित अवस्था में पड़े हुए थे।

विवाह में लड़के की आर्थिक स्थिति थी बाधक

मिली जानकारी के अनुसार मृतक राजकुमार जेसीबी मशीन चलकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था, क्योंकि उसके पिता अपने गांव सुनौरी से जमीन आदि बेचकर तालबेहट कस्बे के एक मोहल्ले में अपने परिवार के साथ किराए से रह रहे थे और उन्हें आंखों से भी कम दिखाई देता था, जिस कारण परिवार की जिम्मेदारी इसी लड़के पर थी। लेकिन मृतिका स्वाति के पिता तालबेहट की जल संस्थान में नौकरी करते थे पर उनका घर का मकान था तथा उनकी आर्थिक स्थिति भी काफी सुद्रण है। इसीलिए दोनों की शादी में विजातीयपन और आर्थिक गणना बाधक बनी थी। मृतिका स्वाति 3 बहिन और 1 भाई में सबसे छोटी थी और बीए की छात्रा थी। तो वहीं मृतक राजकुमार तीन बहन और दो भाइयों में छोटा था।

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