- Home
- /
- देश
- /
- उत्तरप्रदेश
- /
- अन्य
पचास साल की महिला की संदिग्ध अवस्था में मौत
झांसी। थाना बरूआसागर में एक महिला की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। उसके बेटे का पड़ोसी के साथ झगड़ा हो रहा था। बेटे का आरोप है कि पड़ोसी के बेटे ने मां को धक्का दे दिया। इससे आई चोटों के कारण मां की मौत हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। जानकारी के अनुसार मृतका का नाम रुखसाना (50) पत्नी बसारत था। वह बरुआसागर की रहने वाली थी। मृतका के बेटे लतीफ ने बताया कि मेरे पड़ोस में एक किराना की दुकान है। दुकान से सामान लिया था तो 150 रुपए उधार थे। 27 दिसंबर को घर पहुंचा तो दुकानदार उधारी मांगने लगा। मैंने 150 रुपए दे दिए। तब वह 150 की जगह 190 रुपए उधारी बताने लगा। 40 रुपए को लेकर विवाद हो गया। तब दुकानदार का बेटा गाली गलौच करने लगा। आवाज सुनकर मेरी मां रुखसाना भी आ गई। बेटे का आरोप है कि आरोपी ने उनको धक्का दे दिया। इससे उसका सिर दीवार से टकरा गया और वह बेहोश हो गई। उनको मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रुखसाना के 5 बेटा-बेटी हैं। उनके पति मजदूरी करते हैं।
युवक ने जहर का सेवन की आत्महत्या
झांसी। थाना टहरौली क्षेत्र में एक युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसका 3 साल पहले पत्नी से तलाक हो गया था। इसके बाद से वह अकेला ही घर में रह रहा था। पुलिस ने पंचनामा भरकर षव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। जानकारी के अनुसार मृतक का नाम कमलेश (35) पुत्र चिंतामन था। वह टहरौली थाना क्षेत्र के बसारी गांव का रहने वाला था। मृतक की बहन रचना देवी ने बताया कि उसके बड़े भाई कमलेश खेती किसानी करते थे। 3 साल पहले उनका अपनी पत्नी से तलाक हो गया था। इसके करीब एक साल बाद 10 साल की बेटी की मौत हो गई थी। तब से बड़े भाई कमलेश अकेले ही घर में रहते थे। जबकि मां दुर्गा देवी दूसरी मकान में रहती थी। शुक्रवार सुबह कमलेश ने जहर खा लिया। उल्टी होने पर बच्चों ने मां को जानकारी दी। इसके बाद भाई को गुरसंराय ले गए। वहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान शनिवार को बड़े भाई कमलेश ने दम तोड़ दिया। बहन रचना का कहना है कि जहर खाने के बाद बड़े भाई बातचीत कर रहे थे। मां और मैंने उनसे जहर खाने का कारण पूछा लेकिन वे कुछ नहीं बोले। मेडिकल कॉलेज में भी कई बार पूछा, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। कमलेश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उससे छोटी दो बहनें हैं।