Sambhal Violence: संभल में कैसे भड़की हिंसा? पथराव, गोलीबारी और 3 मौतों की पूरी कहानी

संभल में कैसे भड़की हिंसा? पथराव, गोलीबारी और 3 मौतों की पूरी कहानी
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संभल। अदालत के आदेश पर संभल की शाही जामा मस्जिद का 4 दिन बाद रविवार सुबह दोबारा सर्वे शुरू हुआ तो हिंसा और बवाल हो गया। सर्वे करने के लिए पहुंची टीम के मस्जिद में घुसने के बाद जमा अचानक भीड़ हिंसक हो गई।

पुलिस फोर्स पर पथराव होने लगा। मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि बवाल के दौरान तीन लोगों की मौत हुई है। कोट कर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर सरायतरीन निवासी नोमान की जान चली गई है।

मुरादाबाद मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि डीएम-एसपी की मौजूदगी में रविवार सुबह शाही मस्जिद का सर्वे हो रहा था। 11 बजे के करीब जब सर्वे खत्म हुआ और टीम बाहर निकलने लगी तो भीड़ एकत्रित हो गई और नारे लगाने लगे। भीड़ ने पुलिस टीम और सर्वे टीम पर पथराव शुरू कर दिया। दो तीन ग्रुप ने चारों तरफ से पथराव करने लगे। जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फोर्स ने आंसू गोले छोड़े और प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल किया. इसी बीच एक ग्रुप ने दूसरी जगह ने गाड़ियां चलाना शुरू कर दिया। तीन से चार गाड़ियों को जला दी गई।

सीओ समेत 12 पुलिसकर्मी घायल : सर्वे के बाद जब टीम निकल रही थी तब तीन ग्रुप आमने-सामने आ गए थे, तभी गोली चली। गोली किस ग्रुप ने चलाई यह नहीं पता चला है, लेकिन गोली पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में गोली, डिप्टी कलेक्टर का पैर फैक्चर हो गया, सीओ के छर्रे लगे और कांस्टेबल के सिर में गंभीर चोट आई हैं। सीओ संभल सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इसी गोलीबारी के बीच में ही तीन युवकों की मौत हुई है।

15 लोगों को हिरासत में लिया गया : कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि दो महिलाओं समेत 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। महिलाएं छत से पत्थर फेंक रही थीं। उन्होंने कहा कि बवाल करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निपटेगी. उन्होंने कहा कि बवाल क्यों हुआ, इसको लेकर भी जांच की जा रही है। बवाल करने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

पुलिस की बर्बरता का मुद्दा पार्लियामेंट में उठाऊंगा : संभल सांसद जियाउर्रहमान रहमान बर्क ने हालात पर चिंता जताई है। सांसद ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि मैं संभल की आवाम से शांति की अपील करता हूं। हालात को जानकर बहुत दुखी हूं। जो भी जान माल का नुकसान हुआ है, यकीनन उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। अभी यह फैसला आख़िरी फ़ैसला नहीं है। उम्मीद करता हूं, इस देश की बड़ी अदालतों से और पार्लियामेंट से जो इंसाफ करेंगी।' बर्क ने आगे लिखा कि 'अल्लाह की अदालत से कोई नहीं बच पाएगा।

मैं शनिवार रात ही बंगलौर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग में आया था। जैसे ही हालात की खबर मिली वापस आ रहा हूं। पुलिस ने जो बर्बरता की है उसके खिलाफ पार्लियामेंट में आवाज़ उठाऊंगा। जल्द ही अपने लोगों के बीच में आऊंगा।'

अफवाह रोकने के लिए इंटरनेट बंद, एक्शन में प्रशासन : पूरे इलाके में भारतीय न्याय संहिता की धारा-163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत-5 या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं, संभल हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है। एसपी ने इसकी पुष्टि कर दी है। अफवाह को रोकने के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

पड़ोसी जिलों की पुलिस ने भी संभल में डारा डेला : संभल में जामा मस्जिद के सर्वे पर हुए बवाल के बाद मुरादाबाद मंडल के सभी जिलों की पुलिस फोर्स ने संभल में डेरा डाल दिया है। अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर जिले की पुलिस फोर्स ने तनावग्रस्त इलाके में डेरा डाल दिया है। पुलिस अभी फ्लैग मार्च कर रही है।

मौलवी ने की शांति की अपील : संभल हिंसा के बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने संभल के विशेष समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अमन और शांति को बनाए रखें। तोड़फोड़ पथराव न करें। मौलाना ने कहा है कि पैगम्बर इस्लाम ने शांति का पैगाम दिया है। उस पर अमल करें। संभल की जामा मस्जिद एक ऐतिहासिक मस्जिद है। इसके लिए कानूनी लड़ाई मजबूती से लड़ी जाएगी।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का गंभीर आरोप : संभल में गंभीर घटना हुई है। सर्वे हो चुका था लेकिन उपचुनाव के बारे में चर्चा ना हो पाए इसलिए सुबह जानबूझकर सर्वे की टीम भेजी गई। माहौल खराब करने के लिए ऐसा किया गया। कई लोगों को चोट पहुंची है और कई घायल हैं। एक नौजवान की मौत की खबर भी है।

आखिरकार जब सर्वे हो चुका था मस्जिद का तो फिर दोबारा सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी? दूसरे पक्ष की कोई सुनवाई ही नहीं है। ये भाजपा सरकार और प्रशासन ने जानबूझकर कराया है। जिससे कि चुनाव की बेईमानी और धांधली की चर्चा ना हो सके।

सपा महासचिव रामगोपाल यादव का विवादित बयान : संभल में जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर पत्थरबाजी की घटना पर समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अगर बूथ लूटेगी तो पत्थर चलेंगे। लोग निराश होकर और क्या करेंगे? रामगोपाल यादव ने इसे संभल की घटना से जोड़ते हुए कहा कि पुलिस ऐसी कार्रवाई करेगी और बूथ लूटेगी तो पत्थर चलेंगे।

एसपी बोले-कई पुलिसवाले घायल : संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि उपद्रवियों ने पुलिस प्रशासन को किया टार्गेट। पुलिस की गाड़ियों में लगाई आग। आस-पास खड़ी और गाड़ियों को छोड़ा गया। उपद्रवियों को चिन्हित कर की जाएगी कठोर कार्यवाही। उन्होंने बताया कि पथराव में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। हालात अब नियंत्रण में हैं।

29 नवंबर को पेश होगी रिपोर्ट : इस मामले में याचिकाकर्ता वकील ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह साढ़े 7 बजे से लेकर 10 बजे तक सर्वे को लेकर कमिश्नर की कार्रवाई पूरी हुई। जितने भी फीचर्स हैं उनकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पूरी हो गई है। 29 नवंबर को यह रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी।

हिंसा पर डीजीपी प्रशांत कुमार क्या बोले : यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने संभल हिंसा पर कहा है कि सर्वे के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। अब स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस और सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। पत्थरबाजों की शिनाख्त करके पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।

सर्वे पूरा करके लौट गए अधिकारी : एडवोकेट कमिश्नर रमेश राघव अपनी टीम के साथ जामा मस्जिद पर पहुंचे। डीएम राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भारी संख्या में पुलिस बल और अन्य अधिकारियों के साथ शामिल रहे। सर्वे का काम सुबह साढ़े सात बजे से किया जाना था। बवाल के बाद सर्वे का काम पूरा करके टीम लौट गई।

पत्थरबाजों को शांत कराती रही पुलिस : पुलिस वाले हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने की कोशिश करते रहे। एक जवान कहता सुनाई पड़ रहा है- अरे शांत हो जाओ शांत। क्यों दंगा कर रहे हो। पत्थरबाजी मत करो। उसके साथ कई और भी जवान अपील करते दिखाई पड़ रहे हैं।

पूरे इलाके में बीएनएस-163 लागू : यहां प्रशासन पहले से अलर्ट था। सपा के सांसद जियार्उ रहमान बर्क के पिता ममलुकुर रहमान वर्क सहित दर्जनों लोगों को पाबंद किया गया है। पुलिस ने जामा मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग कर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। और पूरे संभल में बीएनएस की धारा 163 लागू कर 5 या पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गई है।

क्या है पूरा मामला : संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर यह पूरा विवाद है। यहां हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि मस्जिद नहीं, बल्कि प्राचीन हरिहर मंदिर है। इसको लेकर आज सुबह साढ़े सात बजे से सर्वे हो रहा था। कोर्ट के आदेश के बाद टीम यहां सर्वे के लिए पहुंची थी। पुलिस और प्रशासन लगातार अलर्ट मोड में था। इसी बीच शाही जामा मस्जिद के बाहर भीड़ जमा होने लगी और सर्वे को लेकर हंगामा शुरू हो गया।

हालांकि मौके पर मौजूद अधिकारियों ने भीड़ को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की टीम को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया। जिससे मामला बिगड़ गया।

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