रायबरली: भाजपा से रंजना चौधरी तो कांग्रेस से आरती सिंह हो सकती है जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी

रायबरली: भाजपा से रंजना चौधरी तो कांग्रेस से आरती सिंह हो सकती है जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रत्याशी
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बीजेपी से (जिला मंत्री एससी प्रकोष्ठ) रंजना चौधरी इस बार रायबरेली से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी समर्थित प्रत्याशी हो सकती है। इसको लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार रंजना चौधरी को बीजेपी से टिकट मिल सकता है।

रायबरेली (धर्मेन्द्र भारती): जिले के रोहनिया प्रथम से जिला पंचायत सदस्य व बीजेपी से (जिला मंत्री एससी प्रकोष्ठ) रंजना चौधरी इस बार रायबरेली से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी समर्थित प्रत्याशी हो सकती है। इसको लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार रंजना चौधरी को बीजेपी से टिकट मिल सकता है।

रंजना चौधरी का नाम क्षेत्र का विकास कराने के नाम से जाना जाता है उन्होंने जिला पंचायत सदस्य रहते हुए करोड़ों रुपए की योजनाओं से अपने क्षेत्र सहित दूसरे क्षेत्रों में भी विकास के बहुत सारे कार्य करवाए हैं। उससे बड़ी बात यह है कि वह लगातार दो बार से जिला पंचायत सदस्य हैं। यहां तो एक बार जीतने के बाद दोबारा जिला पंचायत सदस्य बनना मुश्किल हो जाता है परंतु रंजना चौधरी के विकास कार्य, सबके साथ उठना बैठना, हर किसी के सुख दुख में शामिल होना इन्हीं सभी वजहों से जनता ने दोबारा श्रीमती चौधरी को जिला पंचायत सदस्य बनाया है।

वहीं कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की करीबी माने जाने वाली रंजना चौधरी को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार रंजना चौधरी को ही भारतीय जनता पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट मिलेगा। अब भारतीय जनता पार्टी किसे टिकट देती है यह तो संगठन ही तय करेगा परंतु रंजना चौधरी का नाम बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर उछल रहा है क्योंकि रंजना चौधरी की छवि एक ईमानदार जनप्रिय नेत्री के तौर पर जानी जाती है वही रंजना चौधरी ने भी भारतीय जनता पार्टी से अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी ठोकी है।

दूसरी तरफ जिले की जिला पंचायत में काफी समय से अपना परचम लहराने वाली कांग्रेस पार्टी के पास भी एक अवसर है जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को बचाए रखना। क्योंकि पिछली बार जिला पंचायत अध्यक्ष तो कांग्रेस पार्टी का हुआ था लेकिन दिनेश सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने यह पद गंवा दिया था। लेकिन इस बार पार्टी की ओर से समर्थित प्रत्याशी कांग्रेस नेता मनीष सिंह की पत्नी आरती सिंह ने जिला पंचायत सदस्य के तौर पर अमावां तृतीय से बड़ी जीत दर्ज की है। इस बार लंबे समय से इस राजनीतिक परिवार में खाली चल रहे एक बड़े पद की भरपाई हो सकती हैं आरती सिंह के ससुर अशोक सिंह जिले के सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके हैं, ऐसे में आरती की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। चर्चा यह भी है कि मनीष सिंह प्रियंका गांधी के करीबियों में भी जाने जाते हैं। तो वही समाजवादी पार्टी की ओर से पूर्व विधायक रामलाल अकेला के बेटे विक्रांत अकेला की दावेदारी मानी जा रही है विक्रांत अभी तक बछरावां के ब्लॉक प्रमुख रहे हैं।

सदस्यों के पास पहुंचने लगी वोट की सिफारिश


जिले की जिला पंचायत में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए संभावित प्रत्याशियों का दौरा जिला पंचायत सदस्यों के घरों पर होने लगा है। संभावित प्रत्याशियों द्वारा सदस्यों के द्वार पर पहुंच आशीर्वाद मांगने का सिलसिला शुरू हो गया है सादगी के साथ पहुंच रहे हैं। प्रत्याशी अपनी बात को बड़ी ही संजीदगी से कह रहे हैं और सदस्यों को आश्वस्त भी कर रहे हैं कि हम तुम्हें काम देंगे यह पंचायत आपकी हैं लेकिन पहले से ही काफी सजग सदस्य इस बार रायबरेली जिला पंचायत में किसको अपना अध्यक्ष बनाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा। इतना जरूर है कि सदस्यों के पास एक ओर जहां प्रत्याशी पहुंचकर आशीर्वाद लेने का काम कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं उनके समर्थकों व नेताओं द्वारा भी सदस्यों को फोन के माध्यम से अपने समर्थित प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की सिफारिश की जा रही हैं।

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