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सैन्य सम्मान के साथ मेरठ के लाल को दी गई अंतिम विदाई
मेरठ: देश के सबसे ऊंची सीमा सियाचिन ग्लेशियर पर मेरठ के एक सूबेदार शहीद हो गए। सूबेदार की शहादत की जानकारी मिलते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार की शाम शहीद का पार्थिव शरीर मेरठ स्थित उनके आवास पर लाया गया। जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही।
बताते चलें मूल रूप से भदौड़ा निवासी सूबेदार वीरेंद्र कुमार 143 मध्यम तोपखाना में तैनात थे। करीब 7 महीने पहले वीरेंद्र सिंह की पोस्टिंग सियाचिन ग्लेशियर पर हुई थी। जिसके बाद से वीरेंद्र का परिवार मेरठ में रोहटा रोड स्थित सरस्वती विहार कॉलोनी में रह रहा था।
सैन्य अधिकारियों के मुताबिक वीरेंद्र अब तक 23 साल की सेवा पूरी कर चुके थे। 14 अप्रैल की सुबह वीरेंद्र को सांस लेने में तकलीफ हुई। जिसके बाद सेना के जवानों द्वारा उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। वीरेंद्र की शहादत की जानकारी मिलते ही जहां परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। वहीं पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
शनिवार की शाम वीरेंद्र का पार्थिव शरीर मेरठ स्थित उनके आवास पर लाया गया। जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कैंट क्षेत्र से भाजपा विधायक सत्य प्रकाश अग्रवाल सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी पहुंचे। जिसके बाद सैन्य सम्मान के साथ वीरेंद्र की अंतिम यात्रा निकालते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया।
बताते चलें शहीद विरेंद्र कुमार के छोटे भाई कुलदीप शर्मा भी सेना में हैं। वहीं परिवार में पत्नी रीना और तीन बच्चे हैं। जिनमें 14 वर्षीय बड़ी बेटी कशिश, 11 वर्षीय मुस्कान और 7 साल का बेटा विवान हैं।