नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव पर विधायक ने काटा केक

नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव पर विधायक ने काटा केक
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बालिकाओं के जन्म पर उनके घरों में कर्मचारियों ने दी योजना की सौगात

बांदा/बबेरू। नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव पर विधायक चन्द्रपाल कुशवाहा ने केक काटकर कन्याओ का उत्सव मनाये जाने के लिए प्रेरित कर कहा कि हम सभी को बेटे की तरह कन्या के जन्म को खुशी होनी चाहिए। केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार भी कन्या एवं महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए तमाम तरह की योजनाएं चला रही है ।

शनिवार को जिला अधिकारी अनुराग पटेल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जन्मदिन पर निर्देश दिया कि नवेली बुंदेली कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम को मनाया जाए। विकासखंड बबेरू के 61 ग्राम पंचायतों एवं सीएचसी बबेरू में केक काटकर शनिवार कन्याओं का जन्मोत्सव मनाया गया। जिसमें की पूनम पत्नी दिनेश बबेरू, आरती सिंह पत्नी प्रदीप पंडरी, सुधा देवी पत्नी भूपत जुगरेहली, शोभा पत्नी राजेंद्र मियां बरौली ने कन्याओं को जन्म दिया। इसी तरह ग्राम पंचायत शिव ने सुशीला पत्नी अमरनाथ मौर्य ने भी बेटी को जन्म दिया। अन्य ग्राम पंचायतों व पूरवों में बेटी के जन्म होने पर उनकी मां और परिजनों के ग्राम प्रधान व सचिव के साथ मिलकर केक काटकर बच्ची का जन्मदिन मनाया गया। विधायक ने कहा कि बेटे के जन्म पर लोग तो पटाखे फोड़कर खुशियां मनाते हैं लेकिन बेटी के जन्म पर परिवार के लोगों का मनोबल व उत्साह कम होता है। इसको देखते हुए यह कार्यक्रम किए जा रहे हैं क्योंकि बेटी आंगन की शोभा होती है। जब बेटी घर से विदा होती है तो घर में शहनाई बजती है फिर भी परिवार के साथ साथ पूरा गांव, मोहल्ला रिस्तेदार दुखी मन से विदा करता है वह उसका प्रेम उस समय बेटी का दर्द झलगत है। उसी प्रेम को समाज के हर व्यक्ति को जन्म से भी मनाना चाहिए। इस दौरान अधीक्षक ऋषिकांत पटेल, बृजेश भारती के अलावा ग्राम शिव में सचिव अर्जुन सिंह, चन्द्रराज सिंह, सत्येंद्र सिंह यादव सहित तमाम कर्मचारी व ग्रामीण मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने दी योजनाओं की जानकारी


आज जनपद के रफीक नर्सिंग होम में फरहीन पती इरसाद खान, मन्ना देवी पती हबीब खान जो जाफरगंज फतेहपुर के मूल निवासी थे। इसके बाद अक्षय क्नीलिक में शिवांगी पत्नी प्रवीण कुमार, अवनी परिधि में सिया दुलारी पत्नी राजेश, आयशा पत्नी मो0अकील मर्दननाका, ममता पत्नी अनूप शुक्ला जो पुकारी के रहने वाले थे। विक्रम चाइल्ड में शिवानी समाधिया पत्नी नितीश समाधिया, रीता पत्नी आशीष शंकर, गायत्री पत्नी शिव प्रताप। अहाना नर्सिंग होम में उमाभारती पत्नी इन्द्रजीत सहित उपरोक्त की बच्चियों का जन्मोत्सव मनाया गया और जन्म प्रमाण पत्र देकर जिलाधिकारी अनुराग पटेल के द्वारा सम्मानित किया गया और शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराया गया।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा संचालित मातृत्व शिशु एवं बालिका प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत पंजीकृत निर्माण श्रृमिकों की नवजात बच्चियों के जन्म पर रू0-25000/ माता को, 28000/-रूपये की आर्थिक सहायता एवं 25000/-रूपये की एफ0डी0 करायी जायेगी। इसी प्रकार महिला कल्याण विभाग में संचालित मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत बच्ची के जन्म पर पोर्टल उोलण्नचण्हवअण्पद पर ऑनलइन आवेदन करने के उपरान्त 2000/-रूपये की मुफ्त आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना के अन्तर्गत दूसरी किश्त 2000/-रूपये लाभ के रूप में प्राप्त कराया जायेगा। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 1400/-रू0 ग्रामीण स्तर पर तथा 1000/-रू0 शहरी स्तर पर प्रशव उपरान्त आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। डॉक/ बैकिंक के तहत सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 0 से 10 वर्ष की आयु की बालिका का खाता डॉकघर एवं बैंको में खुलवाया जायेगा।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि ''नवेली-बुन्देली'' कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि बालक-बालिकाओं के बीच बढ रहे लैंगिग भेदभाव को कम करना। बालिकाओं के लिए सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से लाभान्वित कराना। अभिभावकों का बालिकाओं के प्रति सम्मान बढाना, कन्या भ्रूण हत्या पर नियंत्रण करना और जनपद के लैंगिक अनुपात में सुधार करना और आम-जनमानस में जागरूकता फैलाना। आज जनपद में जहां भी बच्ची ने जन्म लिया है वहां-वहां पर केक काटा जा रहा है और शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कराया जा रहा है। जिससे समाज में सकारात्मक मैसेज जाये और लोग अपनी बच्ची के जन्म को अभिशाप नही बल्कि वरदान समझेंगे क्योंकि बेटियां एक-एक नही दो-दो कुल को चलाती हैं और बेटियां हमारी अभिमान होती हैं और उनसे ही सृष्टि की रचना होती है। जिलाधिकारी ने कहा कि बेटियों के संरक्षकों दादा-दादी को एक साथ केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की योजनाओं से सम्बन्धित लाभ दिलाया जायेगा। एक सामर्थ नागरिक बनाने के लिए यह नवेली-बुन्देली योजना का शुभारम्भ किया गया है। जैसा कि आप सभी लोंगो को ज्ञात होगा कि बेटों की अपेक्षा बेटियां माता-पिता का ज्यादा ध्यान रखती है। नवजात बच्चियां इस अभियान के तहत अपना आगे आने वाले समय में लक्ष्य तय कर जनपद के साथ-साथ देश व प्रदेश का नाम भी रोशन करेंगी। जिलाधिकारी ने नवेली-बुन्देली

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