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प्रधानाध्यापक का कमाल, 60 बच्चों पर सिर्फ आधा किलो दाल
बांदा। जनपद में मिड-डे मिल व्यवस्था धड़ाम होकर रह गयी है। बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए चलाई गयी इस योजना में जमकर खेल किया जा रहा है। बच्चों का पेट भरने की बजाय विद्यालय के जिम्मेदार अपनी जेब भर रहे हैं। मसलन गुरूवार को कम्पोजिट विद्यालय इटवा मेे क्षेत्र नरैनी में 60 बच्चों के बीच में प्रधानाध्यापक ने 500 ग्राम दाल बनवाई। अभिभावकों को पता चला तो विद्यालय पहुचकर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने बीएसए को एबीएसए को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एबीएसए ने हालात देखे, तो ग्रामीणों की जुबानी सही पाई गयी। प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार लगाते हुये एबीएसए ने चेतावनी दी कि भविष्य में पुनरावृत्ति न हो। उन्होनें कहा कि पूरे मामले की रिपोर्ट बीएसए को सौपेंगे, फिर जिम्मेदार पर कार्यवाही की जायेगी।
गरीब और बेसहारा बच्चो को विद्यालय में पौष्टिक आहार उपलब्ध कराये जाने के लिए सरकार के द्वारा मिड-डे मिल योजना का संचालन किया जा रहा है। बच्चों की उपस्थिति के मुताबिक सभी विद्यालयों को धनराशि भी उपलब्ध कराई जाती है, ताकि गरीब बच्चों का पौष्टिक आहार से पेट भरा जा सके। अफसोस की बात यह है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से इस योजना को पलीता लगाते हुये प्रधानाध्यापक बच्चों का पेट भरने के बजाय अपनी जेब भर रहे हैं। मासूम बच्चों के निवाले पर सरे आम डाका डाला जा रहा है। इसका जीता-जागता उदाहरण गुरूवार को नरैनी क्षेत्र के कम्पोजिट विद्यालय इटवा में देखने को मिला। वहां के प्रधानाध्यापक चंद्रगुप्त ने बाजीगरी दिखाते हुये गुरूवार को पंजीकृत 60 बच्चों के बीच में 500 ग्राम दाल बनवाई। दाल को पकाया गया तो वह 400 ग्राम नही बची। इस बात की जानकारी बच्चों के अभिभावकों को हुई तो वह विद्यालय जा धमके। पतीला देखा तो उसमें थोड़ी ही दाल बची थी। यह देखकर अभिभावक आग बगूला हो गये और प्रधानाध्यापक को जमकर खरीखोटी सुनाई। एबीएसए को फोन करके सूचना दी गयी। खबर पाकर नरैनी एबीएसए रवींद्र वर्मा मौके पर पहुंचे और जांच की तो अभिभावकों की बात सही पाई गयी। एबीएसए ने प्रधानाध्यापक चंद्रगुप्त को जमकर फटकारा कहा कि बच्चों का पेट भरने में कटौती की गयी तो सख्त कार्यवाही की जायेगी। चेतावनी देते हुये कहा कि भविष्य में दोबारा पुनरावृत्ति न हो। एबीएसए ने कहा कि वह अपनी जांच रिपोर्ट बीएसए को सौपेंगे। इसके बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।