गड्ढे में डूबने से दो सगी बहनों की मौत

चित्रकूट। मऊ थाना क्षेत्र के खंडेहा के मौजा मोहनपुर निवासी अनसूचित जाति अंजली (7) व भारती (12) पुत्री रामबाबू रैदास के दोनों बच्ची बीते मंगलवार को अपने घर से जानवर को लेकर कंदिया पहाड़ में चराने गई थी। जहां पत्थर खनन कराए जाने से बड़े-बड़े विशाल गहरे गड्ढों में वर्षा के चलते पहाड़ का पानी बहकर भर जाने से तालाब बन गया। गड्ढे के तरफ उतरने से पैर फिसल जाने के कारण पानी में दोनों बहनों की डूबकर मौत हो गई। परिजनों को सूचना की खबर मिलते ही माता राजरानी पत्नी रामबाबू सहित रोते बिलखते घटना स्थल पर पहुंची। मृतक दोनों सगी बहनों का शव देखकर बेहोश हो गई।

घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे तहसीलदार विवेक कुमार, खंडेहा पुलिस चैकी प्रभारी बालकिशून अपने हमराही पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंच दोनों बहनों का शव देखा। उन्होंने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए दोनों शवों को अपने कब्जे में ले पंचनामा कर पोस्टमार्डम के लिए जिला कर्वी हॉस्पिटल भेज दिया गया। ग्राम खंडेहा निवासी समाज सेवी रामबहोरी केसरवानी, राजेंद्र प्रसाद शुक्ला उर्फ नेता, युवा नेता भरत लाल सिंह, राजेंद्र बलुआ आदि समाज सेवियों ने मऊ तहसील सहित जिलाधिकारी से मृतक दोनों बहनों के परिजनों को दस, दस लाख रुपए अनुदान राशि दिलाए जाने की प्रबल मांग की है। सूत्रों की माने तो ऐसी ही दर्दनाक घटना बिगद माह पूर्व मोहनपुर से संलग्न मौजापीरा के आदिवासी कोल के पुत्र की भी जंगल मे चराते समय प्यास लगने पर गहरे खदान के भरे हुए पानी में गिर जाने से दर्दनाक मौत हो गई थी। जिसे क्षेत्र के खनन माफियाओं ने अपने दबंगई के चलते मामले को दबा दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि लालतारोड निवासी ददरी ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान बारातीलाल सिंह पूर्व वर्ष में उक्त कंदिया पहाड़ में पत्थर तूड़ान लीज बनवाए थे।

जिन्होंने अपने लीज पर पत्थर का अधिक तुड़ान न कराकर अपने खदान के इर्द गिर्द दूसरे जगह अवैध कई जगहों पर पत्थर का तूड़ान कराए जाने से बड़े बड़े विशाल कूपरूपी गड्ढों में वर्षा के चलते पहाड़ का पानी बहकर भर जाने से दशहरे के महापर्व के दिन पानी मे डूबने से ये दर्दनाक घटना हुई है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व कई वर्षों से पहाड़ों पर पत्थरों के लीज को खत्म कर दिए जाने के बावजूद पिछले कई वर्षों से पूर्व प्रधान बारातीलाल सिंह एवं ग्राम मोहनपुर पियरा ग्राम के दबंगों द्वारा अपने खुद की दबंगई के दम पर कंदिया खदान के इर्द गिर्द बिना खदान की लीज बनवाए माफिया अवैध पत्थर का खनन तुड़वाए जाने का कार्य समय समय पर आज भी जारी है। जिनके विरुद्ध पूर्व वर्ष कई बार विभागी उच्च अधिकारियों को मौखिक एवं लिखित समाचार पत्रों के माध्यम से शिकायतें की गई थी, लेकिन अधिकारियों द्वारा स्थल में न पहुंच टेक्टरों में लदे पत्थरों को रास्ते में पाकर उनसे भरी भरकम धन उगाही कर कठोर कार्यवाही न किए जाने पर ऐसी दर्दनाक घटनाएं का खामियाजा सगी दोनों बहनों को आज भुगदना पड़ा जिसका जिम्मेदार कोन होगा। अगर ऐसे दबंग माफिया के विरुद्ध शासन और प्रशासन शक्ति के साथ उनके ऊपर लगाम न लगाया गया तब ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पूर्णाव्रती होती रहेगी ।

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