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भाजपा ने अखिलेश के सामने केंद्रीय मंत्री को दिया टिकट, बघेल कभी मुलायम सिंह के रहे खास सिपहसलार
मैनपुरी। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट राजनीति का केंद्र बनी हुई है यहां से सपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे है। जिनके खिलाफ भाजपा ने मोदी सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल को उम्मीदवार बनाकर सभी को चौंका दिया है।
सोमवार सुबह अखिलेश यादव ने इस सीट से नामांकन दाखिल किया। जिसके थोड़ी देर बाद केंद्रीय मंत्री और आगरा सांसद एसपी बघेल मेरठ पहुंचे और करहल विधानसभा सीट से पर्चा दाखिल किया। दरअसल भाजपा ने अखिलेश के खिलाफ उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया था। ऐसे में अचानक से केंद्रीय मंत्री को इस सीट से मैदान में उतारकर साफ कर दिया है कि अखिलेश की राह किसी भी स्थिति में आसान नहीं होने वाली है।
कभी मुलायम सिंह के रहे ख़ास -
ख़ास बात ये है की भाजपा ने जिस केंद्रीय मंत्री से अखिलेश यादव को चुनौती दी है। वह कभी पूर्व सीएम के पिता मुलायम सिंह यादव के ख़ास सिपहसलारों में से एक थे। औरैया जिले भटपुरा में जन्मे एसपी सिंह 1989 में पुलिस सब इंस्पेक्टर रहते हुए मुलायम सिंह यादव के संपर्क में आए थे। मुलायम सिंह ने बघेल से प्रभावित होकर राजनीति में एंट्री कराई। समाजवादी पार्टी ने साल 1998 के चुनाव में बघेल को जलेसर सीट से टिकट दिया था। जिसमें बघेल जीत हासिल कर मुलायम सिंह की उम्मीदों पर खरे उतरे थे। उसके बाद वे दो बार सांसद चुने गए।
बसपा से पहुंचे राज्यसभा -
साल 2010 में सपा से मोहभंग होने के बाद एसपी सिंह बसपा में चले गए। मायावती ने 2010 में उन्हें राज्यसभा भेज दिया। साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी। 2014 में बघेल ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
मोदी लहर देख भाजपा में आए -
इस हार के बाद बघेल ने बसपा छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 2017 के विधानसभा चुनाव में टूंडला से भाजपा विधायक बने। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल किया गया। पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग संभाला। इसके बाद भाजपा ने साल 2019 में बघेल को आगरा संसदीय सीट से मैदान में उतारा और उन्होंने यहां से जीत दर्ज की। गत वर्ष हुए प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री मंडल में शामिल किया गया। अब भाजपा ने अखिलेश के खिलाफ मैदान में उतारकर एक बार फिर जिम्मेदारी दी है।