विपक्ष पर भारी पड़ रहे भाजपा के सोशल मीडिया योद्धा
वाराणसी (अतुल मोहन सिंह)। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में मतदान की तिथियों की घोषणा के साथ ही रैलियों-जनसभाओं और पदयात्राओं पर रोक लग गई। अब डिजिटल माध्यम से ही चुनाव प्रचार किया जा सकेगा। जिस प्रकार से कोरोना-ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, माना जा रहा है कि आगे भी यह प्रतिबंध जारी रहेंगे। अनुमान यही है कि इन चुनावों में असली लड़ाई डिजिटल माध्यमों और सोशल मीडिया के मंच पर ही लड़ी जाएगी। इस माध्यम में जो दल लीड करेगा, वह चुनावों का रुख अपनी ओर मोड़ सकता है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि डिजिटल मीडिया में विभिन्न पार्टियों के बीच भारी असंतुलन है। सत्ता में होने और बड़ा आर्थिक स्रोत होने के कारण भाजपा इस मंच पर सबसे आगे है। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि केवल धनबल के कारण किसी दल विशेष को अवांछित लाभ न मिले। हालांकि, सच्चाई यह है कि भाजपा के बड़ी राष्ट्रीय पार्टी होने, व्यापक जनाधार होने, भारी संख्या में नेता और उनके प्रशंसक वर्ग होने के कारण उसको इस मंच पर बड़ा लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है। सोशल मीडिया पर हर दल के भारी संख्या में समर्थक मौजूद हैं। वे न केवल अपनी विचारधारा की बात को आगे बढ़ाते हैं, बल्कि दूसरी विचारधारा के दलों, नेताओं पर करारा हमला भी करते हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव में यह वर्ग सत्ता निर्धारण में बड़ी भूमिका निभा सकता है। लेकिन ज्यादा बड़े दलों के बड़ी संख्या में समर्थक होने के कारण यह असंतुलन भी पैदा कर सकता है।
भाजपा काशी क्षेत्र के सोशल मीडिया संयोजक डॉ. कुंवर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ट्रेंड देखने को मिल रहा है कि आज का युवा वर्ग राष्ट्रवाद से बहुत प्रेरित है। वह इन मुद्दों पर मुखरता के साथ अपनी बात रख रहा है और उन्हीं दलों को वोट कर रहा है जो राष्ट्रीय मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रही हैं। इस संदर्भ में भारत का युवा बिल्कुल अपवाद नहीं है और वह भी राष्ट्रीय मुद्दों, सेना के प्रश्न और हिंदुत्व के मुद्दों से प्रेरित है। यही कारण है कि भारी संख्या में युवाओं का समर्थन भाजपा को मिल रहा है। उनका कहना है कि विपक्ष को आत्मचिंतन करना चाहिए कि भाजपा को युवाओं का समर्थन क्यों मिल रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को आरोप लगाने की बजाय अपनी रणनीति में बदलाव करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि रोड शो, रैली, जनसभा एवं जुलूसों पर पाबंदी के बाद भाजपा का आईटी विभाग व सोशल मीडिया सेल सक्रिय हो गया है। भाजपा के वर्चुअल योद्धा पूरी तरह से तैयार हैं। वीडियो कांफ्रेसिंग का सेटअप तैयार है। वर्चुअल महारैली भी कराई जा सकेगी। इससे एक साथ पांच लाख लोगों को जोड़ने की व्यवस्था है। काशी क्षेत्र के वर्चुअल सभा रैली एवं सोशल मीडिया के प्रमुख डॉ. कुंवर पुष्पेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि डिजिटल वर्ल्ड में भाजपा की मजबूत उपस्थिति है। चुनाव प्रचार अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाया जाएगा जिसमें आईटी की बड़ी भूमिका है जिसको काशी क्षेत्र के संयोजक विजय गुप्ता एवं उनकी टीम देख रही है।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान आईटी विभाग एवं सोशल मीडिया टीम ने अपना विस्तार किया है। यह पहला मौका है, जब मंडल स्तर पर आईटी विभाग व सोशल मीडिया सेल का गठन किया गया है। संयोजक का कहना है कि क्षेत्र, जिला, महानगर के साथ ही हर विधानसभा क्षेत्र में टीम की सक्रियता है। मोबाइल फोन, इंटरनेट व सोशल मीडिया के जरिए, एक-एक मतदाता तक पहुंचने की व्यवस्था है। बूथ स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप काम कर रहा है। आईटी विभाग के संयोजक विजय गुप्ता ने बताया कि एक साथ सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर नोटिफिकेशन भेजे जाते हैं। जो लोग रैली, जनसभा या कांफ्रेंसिंग से जुड़ते हैं, उन सबको ट्रैक किया जाता है। वीडियो कांफ्रेंसिंग का जो सेटअप लगा है, उससे एक साथ पांच हजार लोगों को जोड़ा जा सकता है।
'कोरोना की चुनौती से निपटने को तैयार' : सोशल मीडिया सेल के संयोजक डॉ. कुंवर पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए भाजपा की टीम पूरी तरह से तैयार है। अब हर युवा, महिला व लोगों के हाथ में स्मार्ट फोन है। सबकी सोशल मीडिया पर सक्रियता है। भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार के कामकाज से जनता खुश है। सकारात्मक माहौल बनाया गया है। इसे आगे बढ़ाया जाएगा जिसमें पूरी टीम सक्रियता के साथ लगी है। टीम में क्षेत्र के सह संयोजक अतुल पाण्डेय, पुंडरीक मिश्र, अरविंद पांडेय प्रमुख हैं।