गृहमंत्री अमित शाह 12 को आएंगे वाराणसी, मिशन 2022 की तैयारियों की करेंगे समीक्षा
वाराणसी। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दो दिवसीय वाराणसी प्रवास को लेकर भारतीय जनता पार्टी की काशी क्षेत्र इकाई ने तैयारी शुरू कर दी हैं। 12 नवम्बर को शहर में आ रहे गृहमंत्री अमित शाह के स्वागत के लिए खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या व डॉ दिनेश शर्मा भी मौजूद रहेंगे। वाराणसी प्रवास में गृहमंत्री भाजपा संगठन की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में शामिल होंगे। कार्यशाला में गृहमंत्री मिशन 2022 फतह के लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से अब तक हुई तैयारियों की जानकारी भी लेंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, गृहमंत्री के कार्यशाला में पूरे प्रदेश भर के प्रभारियों व अध्यक्षों के साथ संगठन स्तर के 98 जिलों के प्रभारी व अध्यक्ष शामिल होंगे। कार्यशाला में पार्टी की ओर से बनी चुनाव कमेटी के प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान व सहयोगी भी सहभाग करेंगे। बैठक में गृहमंत्री किसी भी प्रभारी या अध्यक्ष से तैयारियों और दायित्व के बाबत सवाल जबाब कर सकते है। गृहमंत्री काशी क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में कितने बूथ, बूथ समितियों का गठन, शक्ति केंद्र, मंडल, उनके अध्यक्षों का नाम, कितने मतदाता हैं, इस बार कितने मतदाता बढ़े आदि की जानकारी पदाधिकारियों से ले सकते है। माना जा रहा है कि बैठक में गृहमंत्री विरोधी दलों की तैयारियों से जुड़े सवाल भी पूछ सकते है। इन दलों के मतदाताओं में सेंधमारी कर अपने पाले में लाने के लिए क्या तैयारी है की रणनीति की जानकारी ले सकते हैं।
71 विधानसभा में तैयारियों की परख -
गृहमंत्री की कार्यशाला बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फेसिलिटी सेंटर में होने की संभावना है। विकल्प के तौर पर हरहुआ स्थित गोकुल धाम को भी रखा गया है। काशी क्षेत्र के साथ वाराणसी के शीर्ष पदाधिकारियों ने दोनों स्थलों का पूरा ब्योरा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया हैं । स्थानीय पदाधिकारी गृहमंत्री अमित शाह के आगमन की तैयारियों पर पूरा निगाह रख रहे हैं । बूथ स्तर से लेकर विधानसभा प्रभारियों तक को कार्यशाला में पूरी तैयारियों के साथ आने को कहा गया है। चर्चा है कि कार्यशाला में कुल 71 विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायकों के साथ सक्रिय दावेदारों के तैयारियों की भी परख होगी।
विधानसभा सीट की समीक्षा -
बताते चलें कि, वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव का नेतृत्व अमित शाह ने संभाला था। वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली सफलता के पीछे अमित शाह की पूरी व्यूह रचना और कुशल चुनाव प्रबंधन रहा। इस बार भी केन्द्रीय मंत्री चुनाव प्रबंधन की कड़ी निगरानी कर रहे हैं। कार्यशाला में सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों की क्लास भी लेंगे। बैठक में 71 विधानसभा सीट की समीक्षा होगी।