यूक्रेनी नागरिक ने वाराणसी गेस्ट हाउस में लगाई फांसी, कहता था- काशी में मरने से मोक्ष मिलेगा
वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के नारदघाट स्थित एक गेस्ट हाउस में ठहरे यूक्रेन के नागरिक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह घटना की जानकारी गेस्ट हाउस के कर्मियों को हुई तो हड़कम्प मच गया। पुलिस को छानबीन में कमरे से नशीली दवाएं और सीरिंज मिली हैं।
नारदघाट स्थित मुन्ना गेस्ट हाउस में यूक्रेन का नागरिक कोसतीएन्टीन बिलीव (50) बीते माह 29 नवम्बर से ठहरा था। यूक्रेनी नागरिक वाराणसी प्रवास के दौरान पंच जूना अखाड़े भी आता-जाता था। रविवार की रात गेस्ट हाउस में खाना खाने के बाद यूक्रेनी नागरिक अपने कमरे में सोने चला गया। आज सुबह देर तक जब उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो होटल कर्मियों ने दरवाजा खटखटाया। कोई भी प्रतिक्रिया न मिलने पर गेस्ट हाउस संचालक ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलवाकर दरवाजा तुड़वाया। अंदर देखा, तो कोस्टियेंटीयन विलिव का शव छत के गाटर से रस्सी के बनाए फंदे से लटका हुआ था. पास ही उसका पूरा सामान रखा था। विदेशी ने कमरे में लगे गाटर के हुक में रस्सी का फंदा डालकर फांसी लगाई थी। टीम ने कमरे में छानबीन करके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जांच के लिए फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड भी बुलाया गया। पुलिस ने घटना की जानकारी यूक्रेन के दूतावास को देते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है।
काशी में मरेंगे तो मोक्ष मिलेगा -
गेस्ट हाउस के संचालक उमापति पांडेय का कहना है की विलिव के सुसाइड के पीछे की वजह रुस-यूक्रेन की लड़ाई हो सकती है। उसने बताया था कि इस युद्ध में उसके परिवार के कई लोग मारे जा चुके हैं। वहीँ अन्य स्थानीय लोगों के अनुसार, वह अक्सर कहता था कि काशी में मरेंगे तो मोक्ष मिलेगा। इधर वह सासाराम (बिहार) जाने की तैयारी में था।