वाराणसी मर्डर केस: अंधविश्वास ने परिवार किया तबाह, इंजिनियर बेटे - मासूम बच्चों समेत पत्नी की हत्या, दूसरी शादी करना चाहता था आरोपी
उत्तरप्रदेश। वाराणसी में मर्डर की एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं। अंधविश्वास ने एक पूरे परिवार को तबाह कर दिया। यह घटना वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी की है। एक शराब कारोबारी ने अपनी पत्नी, इंजिनियर बेटा और दो बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारे का शव भी पुलिस को मिल गया है। बताया जा रहा है कि, एक तांत्रिक की सलाह पर शराब कारोबारी दूसरी शादी करना चाहता था। अपनी इसी चाहत के चलते उसने होनी पत्नी समेत तीन बच्चों की हत्या कर दी।
मंगलवार सुबह वाराणसी के भदैनी में उस समय सनसनी फ़ैल गई जब घर में काम करने वाली महिला ने घर में चार शव देखे। ये शव नीतू गुप्ता (पत्नी 45 वर्ष), नवनेंद्र गुप्ता (25 वर्ष, बेटा), सुबेंद्र गुप्ता (15 वर्ष, बेटा), गौरंगी गुप्ता (16 वर्ष, बेटी) के थे। शव को देखते ही महिला चीखी और बेहोश हो गई। इसके बाद लोगों ने पुलिस को जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि, आरोपी शराब कारोबारी राजेंद्र पोरोल पर जेल से बाहर आया था। इसके पहले वह सुरक्षा गार्ड और अपने पिता की हत्या कर चुका है। वाराणसी में राजेंद्र के चार घर हैं। यहां कई किराएदार रहते हैं।
आरोपी राजेन्द्र ने तड़के ही अपने परिवार को गोलियों से भून डाला। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि, उन्हें लगा दिवाली के पटाखे हैं इसलिए ध्यान नहीं दिया। पूरे परिवार को मौत के घात उतारने के बाद घर से 10 किलोमीटर दूर जाकर राजेंद्र ने भी आत्महत्या कर ली। पुलिस को राजेंद्र के शव के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
राजेंद्र का बड़ा बेटा इंजिनियर था। दिवाली की छुट्टी के लिए बेंगलुरु से वाराणसी आया था। वहीं राजेंद्र के दोनों बच्चे डीपीएस स्कूल में पढ़ते थे।
पुलिस जांच में यह पता लगा है कि, 'राजेंद्र किसी तांत्रिक के संपर्क में था। तांत्रिक ने कहा था कि, पत्नी तरक्की में बाधा है। दूसरी शादी करने से तरक्की मिल सकती है।' वहीं पड़ोसियों ने भी कहा है कि, आये दिन पति - पत्नी में झगड़ा होता रहता था। पुलिस द्वारा शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अब मामले की जांच की जा रही है।