खाकी वर्दी पहनने वाली टॉप लेवल पुलिस अफसर का फिल्म में काम करना बड़े चैलेंज का काम है, लेकिन आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद ने ऐसा कर दिखाया है।
सिमाला प्रसाद एक सख्त पुलिस अधिकारी होने के साथ एक फिल्म अभिनेत्री भी है। जहां एक ओर अपराधी उनसे खौफ खाते है, वहीँ दूसरी ओर उनके कई फैंस भी है।
सिमाला प्रसाद को बचपन से ही डांस और एक्टिंग का शौक था। वह स्कूल में भी डांस और एक्टिंग में हमेशा आगे रहती थीं। स्कूल और कॉलेज के दौरान उन्होंने कई नाटकों में काम किया था।
सिमाला प्रसाद का जन्म 8 अक्टूबर 1980 को भोपाल में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसफ कोएड स्‍कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने स्‍टूडेंट फॉर एक्‍सीलेंस से बीकॉम और बीयू से पीजी करके पीएससी परीक्षा पास की।
सिमाला प्रसाद बताती हैं कि कभी नहीं सोचा था कि सिविल सर्विस में जाना है, लेकिन घर के माहौल ने मेरे भीतर आईपीएस बनने की चाहत जगाई।
सिमाला प्रसाद के पिता डॉ भागीरथ प्रसाद पूर्व आईपीएस और सांसद रहे हैं. वहीं उनकी मां मेहरुन्न‍िसा परवेज जानी-मानी साहित्यकार हैं, जिन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका है।
सिमाला प्रसाद ने डिंडौरी में पोस्टिंग के दौरान अपनी अलग पहचान बनाई और नक्सल प्रभावित इस इलाके में अपनी धमक बना दी थी। वर्तमान में वह बैतुल में एसपी के पद पर कार्यरत हैं।
डायरेक्टर जैगम इमाम की दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान सिमाला प्रसादसे मुलाकात हुई. उन्होंने सिमाला को मिलकर फिल्म 'अलिफ' की स्क्रिप्ट सुनाई और रोल ऑफर कर दिया था. इसके बाद सिमाला ने फिल्म 'अलिफ' से फिल्मों में डेब्यू किया।