Teachers Protest: भोपाल में वेटिंग टीचर्स ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, रानी कमलापति स्टेशन के बाहर कर रहे प्रदर्शन
Waiting List Teachers Protest in Bhopal : भोपाल। मध्य प्रदेश में वेटिंग टीचर्स ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न जिलों से भोपाल पहुंचे वेटिंग शिक्षक रानी कमलापति स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। 2023 में वर्ग 1 की भर्ती के सेकंड काउंसिंलिंग में 20 हज़ार पदवृद्धि की मांग को लेकर शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले 8 नवंबर को हुए एक आंदोलन में वेटिंग शिक्षकों ने पदवृद्धि की मांग की थी लेकिन सरकार की तरफ से कोई प्रतिनिधि नहीं आया। इसके बाद, महिला उम्मीदवारों ने 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था, जो अब समाप्त हो गया है। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे भोपाल में मुंडन कराएंगी। शिक्षकों के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि सरकार नारी अस्मिता से खिलवाड़ बंद करें।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सरकार साधते हुए लिखा है कि ‘नारी अस्मिता से खिलवाड़ बंद करे सरकार। मध्यप्रदेश सरकार युवाओं से नौकरी के कितने भी वादे करे पर असलियत तो उन दावों के विपरीत है।
इसका प्रमाण है वर्ग-1 शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती। शिक्षक (वर्ग 1) के स्वीकृत पद 36837 में से 21451 पद खाली हैं। इसके बावजूद भर्ती सिर्फ 8720 पदों पर विषयवार हो रही, भर्ती में 3668 बैकलॉग पद हैं। इस भर्ती प्रक्रिया में स्कूल शिक्षा विभाग के 7591 और ट्राइबल डिपार्टमेंट के 1129 पद शामिल हैं।
फिलहाल सरकार पदवृद्धि पर कोई फैसला नहीं कर रही। यदि सरकार ने इस मामले में कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया, तो आज शाम तक महिला कैंडिडेट्स भोपाल में अपना सिर मुंडवाकर सरकार को चेताएगी। एक महिला के केश उसकी आबरू और सम्मान का प्रतीक है। इस तरह कांग्रेस ने इस आंदोलन को समर्थन देते हुए सरकार से इनकी मांग जल्द पूरी करने को कहा है।