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फर्जी टीकाकरण मामले में केंद्र ने ममता सरकार से मांगा जवाब, दो दिन का दिया समय
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में फर्जी आईएएस अधिकारी द्वारा फर्जी तरीके से टीकाकरण शिविर आयोजित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्र सरकार ने इस संबंध में राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। दो दिनों में जवाब मांगा गया है। साथ ही सख्त कार्रवाई करने को कहा है। वैक्सीन फ्रॉड को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
दरअसल विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल में फर्जी टीकाकरण को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय शिकायत की थी। ये शिकायत कोलाकाता के कस्बा इलाके को लेकर थी, जिसमें कहा गया था कि फर्जी तरीके टीकाकरण शिविर लगाया जा रहा है और जिनको टीका दिया जा रहा है, उन्हें कोविन प्लेटफार्म के जरिए कोई सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी को इस पर तुरंत जवाब देने को कहा है साथ ही है भी कहा है कि अगर जरुरत हो तो सख्त कार्रवाई करें। दो दिनो के अंदर पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रटरी जवाब देने को कहा है।
दरअसल कोलकाता में फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविर मामले में कोलकाता पुलिस इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें फर्जी आईएएस अधिकारी देवांजन देव भी शामिल है जो शहर में फर्जी कोरोना टीकाकरण शिविरों के आयोजन का मास्टरमाइंड था। ममता ने गिरफ्तार फर्जी आईएएस की तुलना आतंकी से की थी। दूसरी ओर, इस मामले को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट ने फर्जी टीकाकरण शिविर आयोजित करने मामले में सीबीआई जांच की मांग वाली एक जनहित याचिका को मंजूर कर लिया है।