मुकुल रॉय ने चार साल बाद तृणमूल में की वापसी, अभिषेक बनर्जी ने दिलाई सदस्यता
कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी को आज एक और बड़ा झटका लगा। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कृष्णानगर दक्षिण से विधायक मुकुल रॉय अब दोबारा तृणमूल कांग्रेम में शामिल हो गए है।
मुकुल रॉय ने आज दोपहर 3 बजे तृणमूल कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ली। इससे पहले उन्होंने पार्टी मुख्यालय में ममता बनर्जी और दूसरे नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की।राज्य में दो बार सरकार बनाने तक ममता बनर्जी के अहम सहयोगी रहे मुकुल रॉय के भाजपा छोड़कर तृणमूल में वापसी से तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी काफी गदगद हैं। ममता ने मुकुल राॅय को राइट हैंड बनाने का भी संकेत दिया है। ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने डरा धमका कर मुकुल रॉय को तृणमूल पार्टी से दूर किया था।
पुरानी दो नंबर की हैसियत रहेगी -
रॉय को पार्टी का दामन थमाने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा कि उनका घर का बेटा वापस लौट आया। अब शांति मिल रही है। संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी ने आज मुकुल रॉय को अपने दाहिने साइड में बैठाया जबकि अपने भतीजे अभिषेक को उनके बाद बैठने की नसीहत दी। इसके बड़े संकेत माने जा रहे हैं। शायद मुख्यमंत्री ने यह संकेत देने की कोशिश की है कि बनर्जी के बाद पार्टी में मुकुल रॉय की वही पुरानी दो नंबर की हैसियत रहेगी। इसके अलावा मुकुल रॉय की घर वापसी को लेकर ममता बनर्जी ने कई बड़े दावे किए। इस मौके पर ममता ने कहा कि फर्जी मामलों और केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाकर मुकुल रॉय को भारतीय जनता पार्टी जबरदस्ती तृणमूल से दूर ले गई थी। वहां उनका दम घुट रहा था। अब घर लौट कर शांति मिली है।
कई अन्य लोग भी भाजपा छोड़कर आएंगे -
ममता ने कहा कि मुकुल रॉय के लौटने के बाद कई अन्य पुराने सहयोगी भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर वापस तृणमूल कांग्रेस में लौटेंगे। हालांकि ममता ने स्पष्ट कर दिया कि जिन लोगों ने राजनीतिक सीमा को पार कर बयानबाजी की हैं, उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा।
घर वापसी कर अच्छा लग रहा है -
ममता के साथ मीडिया से मुखातिब मुकुल रॉय ने कहा कि घर लौट कर उन्हें अच्छा लग रहा है।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति मैं नहीं कर सकता, इसलिए वापस लौटा हूं। भारतीय जनता पार्टी छोड़ने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर मुकुल रॉय ने कहा कि इस बारे में बाद में बताएंगे।पार्टी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी को गले लगाया और पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने उनकी जमकर प्रशंसा की। माना जा रहा है कि इसके जरिए भी मुकुल ने यह संकेत दिया है कि वह अभिषेक के साथ मिलकर पार्टी में काम करने को तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि 2017 के अक्टूबर महीने में मुकुल रॉय ने ममता का साथ छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी। उस समय रॉय का आरोप था कि ममता अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को पुराने नेताओं की तुलना में अधिक अहमियत दे रही हैं।