Saif Ali Khan: सैफ अली खान का क्रिकेट करियर क्यों रहा असफल, पिता के भारतीय कप्तान होते हुए भी...

सैफ अली खान का क्रिकेट करियर क्यों रहा असफल, पिता के भारतीय कप्तान होते हुए भी...
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बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हाल ही में हमला हुआ है। फिलहाल उनका इलाज जारी है और घटना की जांच की जा रही है।

Saif Ali Khan Father Indian Cricket Captain : बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता सैफ अली खान भले ही आज फिल्मों में अपनी खास पहचान बना चुके हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उनका जुड़ाव क्रिकेट से था। दरअसल, क्रिकेट उनके परिवार की परंपरा और पहचान का हिस्सा रहा है। उनके पिता, मंसूर अली खान पटौदी, भारतीय क्रिकेट टीम के सफल कप्तान रह चुके थे। वहीं, उनके दादा, इफ्तिखार अली खान पटौदी, भी भारत के लिए क्रिकेट खेल चुके थे। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि क्रिकेट सैफ के खून में था और उनका परिवार इस खेल में बड़ा नाम रखता था।

फिर भी, सैफ ने क्रिकेट को अपना करियर नहीं बनाया। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें उनकी व्यक्तिगत रुचियां और फिल्मों की दुनिया में उनका झुकाव शामिल है। उन्होंने क्रिकेट के बजाय एक्टिंग को चुना और इसमें खुद को साबित कर दिखाया। यह फैसला शायद उनके व्यक्तित्व और सपनों के ज्यादा करीब था।

खानदान से जुड़ी क्रिकेट की विरासत

सैफ अली खान का परिवार भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी खास जगह रखता है। उनके पिता मंसूर अली खान पटौदी, जिन्हें "टाइगर पटौदी" के नाम से जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे युवा कप्तान बने। मात्र 21 साल की उम्र में उन्होंने भारतीय टीम की कमान संभाली। वहीं, सैफ के दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी ने पहले इंग्लैंड और फिर भारत के लिए क्रिकेट खेला। क्रिकेट इस परिवार के खून में था और इसे धर्म की तरह माना जाता था।

सैफ का शुरुआती क्रिकेट करियर और खुलासा

सैफ ने एक बार अपने क्रिकेट करियर को लेकर खुलासा किया था कि वह भी इस खेल में रुचि रखते थे और अच्छी क्रिकेट खेलते थे। हालांकि, वह कभी स्कूल या कॉलेज स्तर पर नहीं खेल सके। उन्होंने स्वीकार किया कि क्रिकेट एक मानसिक खेल है, जिसमें धैर्य और टाइमिंग की जरूरत होती है। लेकिन ये दोनों चीजें उनके व्यक्तित्व में नहीं थीं। यही वजह रही कि क्रिकेट में उनका करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया।

क्रिकेट के बजाय फिल्मों का रुख

सैफ अली खान ने आखिरकार क्रिकेट को छोड़कर फिल्मों को अपना करियर चुना। उनकी मां, शर्मिला टैगोर, पहले से ही बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री थीं, जिससे सैफ को फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ने की प्रेरणा मिली।

पटौदी खानदान के क्रिकेट सितारे

मंसूर अली खान पटौदी: मंसूर अली खान पटौदी ने 1961 से 1975 के बीच भारतीय टीम के लिए 46 टेस्ट मैच खेले। 83 पारियों में उन्होंने 34.91 की औसत से 2793 रन बनाए। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 40 मैच खेले, जिनमें से 9 में जीत दर्ज की। उस दौर में भारतीय टीम को कमजोर माना जाता था, लेकिन पटौदी ने अपनी कप्तानी से टीम को जीत का रास्ता दिखाया।

इफ्तिखार अली खान पटौदी: सैफ के दादा, इफ्तिखार अली खान पटौदी ने पहले इंग्लैंड और फिर भारत के लिए क्रिकेट खेला। उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में 19.90 की औसत से 199 रन बनाए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार था, जहां उन्होंने 127 मैचों में 48.61 की औसत से 8750 रन बनाए।

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