मोदी सरकार का प्रभाव : आईआईटी कॉलेज में विश्वस्तरीय कंपनियों ने किया प्लेसमेंट
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नई दिल्ली। मोदी सरकार पर नौकरी के अवसरों को लेकर बार-बार विपक्ष के प्रहार हवा-हवाई हो गए हैं | हाल ही में आईआईटी ने जिस तरह देश की प्रतिभाओं की नियुक्ति और नौकरियों को लेकर जो जानकारियां दी है उससे यह साबित हो गया है कि विपक्ष के आरोप बेबुनियाद हैं | आईआईटी की तजा जानकारियों में देश की प्रतिभाओं को देश की निजी कंपनियों के साथ-साथ विदेश में भी नौकरियां मिली हैं | आईआईटी ने यह भी कहा है कि युवाओं और नए इंजीनियरों के रोजगार हालाँकि 15 दिसम्बर तक मिलेंगे मगर दूसरे चरण में भी रोजगार देने का काम अगले वर्ष जनवरी के महीने तक चलेगा |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी युवाओं को रोजगार देने के मुद्दे पर विपक्ष को विभिन्न सभाओं में आड़े हाथों लिया है और यह उल्लेख भी किया है कि रोजगार सृजित किये जाने की स्थिति पूर्व जैसी नहीं है बल्कि साल ज्यादा रोजगार सृजित हुए हैं | विदेशों में भी युवाओं को नौकरी मिली है और मिल रही है |
यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष आईआईटी कानपुर के 10 मेधावी युवा इंजीनियरों को विदेशों में नौकरी के अवसर मिले थे जबकि आईआईटी रुढ़की के करीब 13 नए पास अभियंताओं को विदेशों में नौकरी मिली थी | यही हाल पिछले साल आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर समेत अन्य आईआईटी का भी था | मगर इस वर्ष उन सभी आईआईटी में स्थिति बदली है और एशियाई देशो , जैसे जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर समेत कई देशों से ज्यादा अवसर आये हैं जो संख्या बढ़कर 30 तक पहुँच चुकी है |
आईआईटी की प्लेशमेंट कमिटी (नियुक्ति समिति) के अनुसार कई पुराने आईआईटी के पास छात्रों ने भी इस वर्ष अच्छे अवसर का लाभ लिया है और अपने पुराने संस्थानों को छोड़कर नयी और अच्छी नौकरी में आये है | आईआईटी कानपुर की प्लेशमेंट कमिटी अध्यक्ष श्याम नैयर ने कहा कि विदेशों में , खासकर एशियाई देशों में, नौकरी का बढ़ा अवसर प्रशंसनीय है|