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प्रदेश के चारों महानगर प्रदूषण की चपेट में

भोपाल। कई प्रयासों के बाद भी प्रदेश के चारों महानगरों की हवा स्वास्थ्य के मानकों पर खरा नहीं उतर रही है। इन महानगरों में शामिल ग्वालियर प्रदेश का सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण वाला शहर बन गया है।

ग्वालियर की हवा में धूल के सबसे ज्यादा कण हैं, तो भोपाल इस मामले में दूसरे नंबर पर है। यह खुलासा हुआ है पर्यावरण वन मंत्रालय की रिपोर्ट में जिसमें वर्ष 2016 में प्रदेश के चार शहरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर की वायु गुणवत्ता की स्थिति की जानकारी दी गई है। हवा में धूल की मात्रा ज्यादा होने से ये श्वास नलिका के जरिए फेंफड़ों तक पहुंचती है और धीरे-धीरे जमा होकर अस्थमा सहित अन्य बीमारियों की वजह बनती है। रिपोर्ट में हवा में सल्फर डाइआक्साइड (वार्षिक मानक 50 यूजी/एम 3) और नाइट्रोजन डाइआक्साइड (40 यूजी/एम) जैसे तत्वों को भी शामिल किया गया।

प्रदूषण में कमी के बाद भी धूल के कण दोगुने : पर्यावरण वन मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में 16 राज्यों के 46 शहरों का तीन सालों का रिकार्ड दिया गया है। इसे देखें तो पता चलता है कि हवा में विषैले तत्वों की मात्रा प्रदेश में लगातार कम हो रही है। जो कि राहत की बात है हालांकि हवा में धूल के कण का प्रतिशत अभी भी तय मानकों से लगभग दो गुना बना हुआ है।

Updated : 17 March 2017 12:00 AM GMT
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