Home > Archived > कार्यकर्ताओं पर विद्वेष की भावना से कार्रवाई : विहिप

कार्यकर्ताओं पर विद्वेष की भावना से कार्रवाई : विहिप

प्रेसवार्ता कर घटना के तथ्यों को रखा सामने

आगरा। फतेहपुर सीकरी व बाद में महानगर के थाना सदर में पुलिस द्वारा विहिप व बजरंगदल कार्यकर्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज मामले को लेकर हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़़ता चला जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि जब तक दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं होती है, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे और ना ही पुलिस वालों को चैन से बैठने देंगे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि विद्धेष की भावना से पुलिस ने कार्रवाही की है।

मंगलवार को विहिप व बजरंगदल की ओर से मदिया कटरा स्थित होटल वैभव पैलेस में एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। प्रेसवार्ता में विश्व हिन्दू परिषद के महानगर मंत्री राजीव शर्मा, महानगर अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनील पाराशर, प्रांत सह संपर्क प्रमुख सुरेन्द्र चौधरी, विभाग अध्यक्ष मदन वर्मा, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक राकेश त्यागी, घायलअवस्था में विभाग संयोजक दिग्विजयनाथ तिवारी, महानगर संयोजक बंटी ठाकुर, सह संयोजक अनूप वर्मा, सह संयोजक भूपेन्द्र भाई, बांके बिहारी अग्रवाल, अभिषेक शर्मा, प्रिंस शर्मा ने संयुक्त प्रेसवार्ता में कहा कि दो दिन पूर्व थाना फतेहपुरसीकरी में विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। जब इस बारे में विहिप कार्यकर्ता फतेपुरसीकरी पहुंचे तो उन पर लाठीचार्ज किया गया। सुनील पाराशर के बेटे के साथ अभद्रता की। कार्यकर्ता गुस्से में हैं। कुछ भी करने को तैयार बैठे हैं।

अवैध पशु कटान का विरोध करने पर उतारा गुस्सा
विहिप नेताओं ने बताया कि थाना फतेहपुरसीकरी में अवैध पशु कट्टीघर चल रहे हैं। स्मारक में अवैध वसूली होती है। जब इसका विरोध किया गया तो पुलिस ने षड्यंत्र रच दिया। पुलिस ने बर्बर तरीके से कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। लहूलुहान कार्यकर्ताओं को थाना सदर लाया गया। वहां गिरफ्तारी देने के लिए कार्यकर्ता शांतिपूर्वक धरने पर बैठे थे, लेकिन पुलिस ने यहां भी षड्यंत्र रचकर फंसा दिया। कार्यकर्ताओं को कुछ लोग अंडरवियर में सरिया से मार रहे थे। इससे साफ है कि पुलिस ने गुंडे बुलाए थे।

रिवाल्वर लूट की घटना झूठीं
विहिप के महानगर अध्यक्ष दीपक अग्रवाल और कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग ने कहा कि पुलिस ने दरोगा की सर्विस रिवाल्वर लूटने की झूठी कहानी रची। आठ घंटे बाद ही रिवाल्वर बरामद हो गई। रिवाल्वर कहां मिली, यह कोई बताने को तैयार नहीं है। साफ है कि सब झूठ है। हिन्दूवादी कार्यकर्ताओं की थाने के बाहर खड़ी गाडिय़ों को तोड़ा गया और उनमें आग लगाकर फँसाया गया।

हिन्दू देवताओं का किया अपमान
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भगवामय सरकार बनी है। पुलिस सपा की मानसिकता के साथ काम कर रही है ताकि सरकार बदनाम हो सके। आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं की पिटाई के दौरान भगवान श्रीराम और हनुमान जी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया। इससे पहले नामनेर, सुल्तानपुरा, सदर और लोहामंडी प्रकरण में भी विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। पुलिस अधिकारी हिन्दू विरोधी हैं। मांग की गई कि विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को झूठे आरोप में फँसाने, जेल भेजने पर कार्रवाई की जाए, अन्यथा किसी को चौन से नहीं बैठने दिया जाएगा।




Updated : 26 April 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top