Home > Archived > बुन्देलखण्ड में नहीं होगा पेयजल संकट : धर्मपाल

बुन्देलखण्ड में नहीं होगा पेयजल संकट : धर्मपाल

झांसी। बुन्देलखण्ड में कोई भी व्यक्ति, पशु-पक्षी प्यासे नहीं रहेंगे और न ही क्षेत्र से पलायन होगा। क्षेत्र के सभी तालाबों को भरे जाने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिये जा चुके है। 20 हजार करोड़ रूपये से मुख्यमंत्री के नाम से कोष बनाया है। जो समय-समय पर सिंचाई विभाग की परियोजनाओं की कमी को उसे पूरा किया जा सके। यह उदगार सिंचाई एवं सिंचाई (यांत्रिक) उ.प्र शासन के मंत्री धर्मपाल सिंह ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुये व्यक्त किये।

मंत्री श्री सिंह ने आश्वासन करते हुये कहा कि क्षेत्र में कही भी पेयजल संकट नहीं होने दिया जायेंगा। यदि कही गड़बड़ी पायी जाती है तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही होगी। उन्होंने बुन्देलखण्ड की सीमाओं पर बने तालाबों को भी नहरों के माध्यम से भरे जाने के निर्देश दिये ताकी अन्य प्रदेश को भी लाभ प्राप्त हो सके।

उन्होंने पत्रकारो से बात करते हुये कहा कि बुन्देलखण्ड में नहरों की सफाई के लिये धनराशि आवंटित कर दी गयी है। उन्होंने कहा कि नहरों की सफाई मानव श्रम के माध्यम से की जायेगी। यदि मशीनों का प्रयोग किया जाता है तो कार्यवाही होगी। उत्तर प्रदेश में फैक्ट्री मालिको को बता दिया गया है कि नदियों में प्रदूषित जल ने बहाये उसे ट्रीटमेन्ट करने के बाद ही नहीं में डाला जायें। तभी अविरल नदियों-निर्मल नदियों का सपना साकार होगा।

उन्होंने पत्रकारो द्वारा पूछे गये जांच सम्बन्धित प्रश्न के उत्तर में कहा कि जो भी निर्माण कार्य किये गये है उनकी क्लास वन ऑफीसर से जांच कराई जा रही है जांच रिपोर्ट 15 दिन में दिये जाने के निर्देश दिये जा चुके है। उन्होंने गोमती नहीं में लगाये जाने वाले फब्बारे व पानी पर चलने वाली बस की भी जांच कराये जाने की जानकारी प्रेसवार्ता में दी।

इस मौके पर विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत, विधायक मऊरानीपुर बिहारी लाल आर्य सहित पार्टी के पदाधिकारी व सिंचाई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

Updated : 28 April 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top