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सम्बद्ध विद्यालय संगठन ने प्रशासनके खिलाफ खोला मोर्चा

मथुरा। जनपद में निजी विद्यालयों पर प्रशासन द्वारा अनावश्यक कार्यवाही एवं सख्ती को देखते हुये ऐसोसियेशन ऑफ एफीलेटेड स्कूलों की एक आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया।

सभा का प्रारम्भ सुकमा के शहीदों प्रति शोक श्रद्धांजलि से हुआ। सभा के आरम्भ में एक प्रस्ताव पारित कर सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस कदम की सराहना की, कि उन्होंने अनावश्यक 15 अवकाश समाप्त कर दिया है। ज्ञात हो कि संगठन लम्बे समय से अवकाश कम करने की मांग कर रहा था, ताकि शिक्षण कार्य को अधिक दिन मिल सकें।

बैठक को सम्बोधित करते हुये डा. ओम ने कहा कि हमारे संगठन से जुड़े विद्यालय लम्बे समय से शिक्षा की मशाल जला रहे हैं। हमारे स्कूलों में शिक्षित विद्यार्थी उच्च पदासीन होकर देश-विदेश में राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं, परन्तु वर्तमान में शासन-प्रशासन, सोशल मीडिया ने मिल कर कुछ ऐसा विषैला वातावरण बना दिया है कि हमारे सेवाओं के प्रति कृतज्ञ होने की अपेक्षा हमें सुनियोजित रूप से बदनाम किया जा रहा है।

संजय पाठक ने कहा कि हमारे विद्यालयों के दिन प्रतिदिन के संचालन में प्रशासन, सरकार एवं विभिन्न विभागों का इतना हस्तक्षेप बढ़ गया है कि संकल्पित शिक्षा देना लगभग असंभव हो रहा है। सरकार एवं शासन शासकीय स्कूलों का स्तर तो सुधार नहीं पा रहा, जबकि वहां के शिक्षकों को उच्च वेतनमान मिलता है, बल्कि हमारी गुणवत्ता को भी कुचल देने की भी योजना बना रहे हैं।

डा. अनिल वाजपेयी ने कहा कि शिक्षा का अधिकार, शुल्क कटौती, परिवहन आदि को लेकर कोई एक ठोस प्रशासनिक नीति नहीं है। सोशल मीडिया एवं प्रशासन द्वारा इतनी भ्रांतियां फैलायी जा रही हैं कि स्कूल प्रशासन, शिक्षक, विद्यार्थी, अभिभावक सभी भ्रमित हैं। अन्य वक्ताओं ने कहा कि मथुरा में ही निजी क्षेत्र के स्कूलों में लगभग एक लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं परन्तु शासन-प्रशासन किसी प्रकार की सहायता करने की अपेक्षा इन स्कूलों में भी अनावश्यक हस्तक्षेप कर मथुरा के शिक्षा जगत को गर्त में ले जाना चाहता है। हीरा सिंह, वीरेन्द्र अग्रवाल, जे.रॉव, हरीश चन्द्र, राजेश गौतम, योगेश गौतम, अनुज शर्मा, डा. सिकरवार ने भी सम्बोधित कर अपने विचार रखे। सभा के अंत में एकमत से निर्णय लिया गया कि निजी क्षेत्र के विद्यालय एक सुनियोजित षणयंत्र के खिलाफ एकजुट होकर न्यायालय, विधानसभा, संसद और सड़क तक अपने हितों की लड़ाई लडेंगे।

बैठक में मथुरा जनपद के विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधियों ने अंत में यह भी निर्णय लिया गया कि इस सम्बन्ध में संगठन के प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधि मण्डल शीघ्र ही जिलाधिकारी जी मिलेगा।

Updated : 1 May 2017 12:00 AM GMT
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