एनसीईआरटी करेगा अपनी पुस्तकों की समीक्षा
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नई दिल्ली। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) अपनी सभी पुस्तकों की समीक्षा करेगा। जिसका कारण है कि किताबें 2007 में बनाई गई थीं, जिसको 10 साल से भी ज्यादा वक्त गुजर चुका है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार एनसीईआरटी पाठ्यक्रमों को संशोधित नहीं किया जा रहा है। केवल एक व्यवस्थित तरीके से पुस्तकों की समीक्षा कि जा रही है।
खबर के अनुसार, पुस्तकों और पाठ्यक्रम ढांचे का संशोधन एक नीतिगत निर्णय है जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के स्तर पर लिया जाता और यह एक बड़ा काम है। लेकिन एनसीईआरटी अभी पुस्तकों की समीक्षा कर रहा है। जानकारी के अनुसार पुस्तकों को 2007 में बनाया गया था और इसमें बहुत सारी जानकारी है जिसे अद्यतन करने की जरूरत है।
एनसीईआरटी ने कहा कि वह सभी सीबीएसई स्कूलों को किताबें देने के लिए तैयार हैं। इस साल की शुरुआत में, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर, सीबीएसई स्कूलों को एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों के लिए इंडेंट उठाने के लिए कहा गया था और 2,000 से अधिक स्कूलों ने पांच लाख से अधिक किताबों की बुकिंग की थी। एनसीईआरटी ने उत्तरपूर्व क्षेत्र से आने वाले लोगों के बीच संस्कृति और परंपरा में विविधता पर एक पुस्तक प्रकाशित की है।