Home > Archived > संयुक्त राष्ट्र ने मनाया योग दिवस

संयुक्त राष्ट्र ने मनाया योग दिवस

संयुक्त राष्ट्र ने मनाया योग दिवस
X

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में मंगलवार को योग दिवस मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने योगाभ्यास करने के लिए आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों और राजनयिकों की मौजूदगी में योग दिवस का नेतृत्व किया। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सहित अनेक प्रवासी भारतीय संत और साधक मौजूद थे।

विदित हो कि अमेरिका में भारतीय दूतावास के सौजन्य से योग दिवस के मुख्य समारोह वाशिंगटन डीसी और टेक्सास की राजधानी आस्टिन में सम्पन्न हो चुके हैं, जबकि शिकागो के समीप नैपरविले में शनिवार 24 जून को और सैन फ्रेंसिस्को में अगले रविवार 25 को मनाया जाएगा। इन योग समारोह में श्री श्री रविशंकर, ब्रह्म्कुमारियां, जे के योग, गुजराती समाज और हिन्दू स्वयं सेवक संघ के लोग योगाभ्यास में भाग ले कर एकजुटता का परिचय देंगे।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा की बैठक में तीन साल पहले 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाए जाने का फैसला किया। इस पर दुनिया भर के 193 देशों ने इसे प्रतिवर्ष मनाए जाने पर सहमति दी थी।

न्यूयार्क में चिदानन्द महाराज ने योग का प्रदर्शन किया

विश्व योग दिवस पर, संयुक्त राष्ट्र कार्यालय न्यूयार्क में परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज, जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने 2000 से अधिक योग जिज्ञासु, प्रख्यात आध्यात्मिक धर्मगुरू, योगाचार्य एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिष्ठित पदाधिकारियों के साथ मिलकर भारत की प्राचीन विधा योग का प्रदर्शन किया। विश्व योग दिवस का उद्घाटन स्वामी चिदानन्द सरस्वती, एच.ई. पीटर थामसन 71 वें, संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के राजदूत सैयद अकबरूद्दीन, साध्वी भगवती सरस्वती एवं विश्व के अनेक देशों से पधारे राजदूत, उच्चाधिकारियों, योगाचार्य एवं योग विशेषज्ञों ने किया। इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ में भारतीय मिशन द्वारा किया गया।

योग के इस महाकुम्भ में विख्यात विशेषज्ञ भी शामिल हुये जिनमें जीवमुक्ति योगाचार्य शैरेन कैनन, आॅफ द मैट की संस्थापक शॉन कॉर्न, कुण्डलिनी योग विशेषज्ञ गुरुमुख कौर खालसा, योगी कीथ मिशेल, कीर्तन गायक जय उत्ताल, स्पोकेन वर्ड कलाकार प्रिंस ईए, लेखक एवं वैज्ञानिक डॉ ब्रूस लिप्टन एवं प्रसिद्ध भारतीय फिल्म अभिनेता अनुपम खेर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधि तथा विभिन्न देशों के राजदूत एवं विशिष्ठजन भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा, 'विश्व योग दिवस' के दौरान सूर्य आकाश में उच्चतम बिन्दु पर पहुंचता है और न्यूर्याक से न्यूजीलैण्ड तक, अमेरीका से अफ्रीका तक, आस्ट्रेलिया से अर्जेटिना तक के लोग भारतीय प्राचीन योग विधा के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च शिखर तक पहुंचाते है। भारतीय ऋषियों द्वारा अवतरित इस विधा के द्वारा प्रतिदिन होने वाले तनाव, पीड़ा एवं अवसाद को दूर किया जा सकता है। स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यो की सराहना करते हुये कहा कि मोदी ने पहली बार योग के माध्यम से अनेक देशों को परस्पर जोड़ते हुये योग के सही अर्थ को सार्थकता प्रदान की है। एचई. पीटर थामसन ने अपने विचार साझा करते हुये कहा कि पौराणिक योगाभ्यास मानव का प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने में मदद करता है। उन्होने कहा कि 21वीं सदी के प्रगतिशील युग में कदम से कदम मिलाकर चलना होगा।

इसस मौके पर संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के राजदूत सैयद अबरूद्दीन सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों एवं उच्च पदाधिकारियों के साथ मिलकर विश्व ग्लोब पर जलाभिषेक कर विश्व स्तर पर स्वच्छ जल की उपलब्धता की कामना की।

Updated : 21 Jun 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top