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एक साथ उठी मां-बेटी की अर्थियां, नम हुई आंखेंं

एक साथ उठी मां-बेटी की अर्थियां, नम हुई आंखेंं
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योगेश ने भी मानी जिंदगी से हार, बस्ती में पसरा मातम

ग्वालियर। घासमंडी में जब मासूम बेटी और उसकी मां की दरवाजे से एक साथ दो अर्थियां उठीं तो लोगों की आंखों से आंसू बह निकले। बस्ती में शव आते ही मातम पसर गया। गुप्ता परिवार पर उस समय बज्रपात हो गया, जब सूचना आई कि हादसे में घायल योगेश ने भी दम तोड़ दिया है। बुधवार को तड़के फतेहाबाद में हुए सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है।

उपनगर ग्वालियर के घासमंडी शीतला गली में रहने वाले लोग अपने आंसू उस समय नहीं रोक पाए, जब योगेश गुप्ता के घर से उसकी मासूम बेटी शिया और पत्नी सपना की एक साथ दो अर्थियां उठीं। वैसे बस्ती में लोग तभी से सदमें में हैं, जब से हादसे की सूचना मिली थी, लेकिन शुक्रवार को माहौल और गमगीन हो गया। बस्ती में लोगों ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। एक-दूसरे को सांत्वना दे रहे रिश्तेदारों और मिलने वालों को समझ में नहीं आ रहा था कि घर के मुखिया योगेश गुप्ता की सांसें भी थम चुकी हैं। उनकी देर रात हादसे में घायल होने पर मौत हो गई है। रात को योगेश गुप्ता का शव उसके दोस्त लेकर ग्वालियर पहुंचे। उधर हादसे में घायल कुलदीप और उसकी पत्नी माया की हालत नाजुक बनी हुई है। मृतक के घर में बचों और सदस्यों को पड़ोसी ढांढस बंधा रहे हैं।

बेसुध हुई वृद्ध मां:- घर पर नई बहू के आने का इंतजार कर रही योगेश की वृद्ध मां ने घर पर जब पुत्र वधु सपना और नातिन शिया का शव देखा तो वह अपने को संभाल नहीं सकी और बेसुध हो गई। लोगों ने अपने आंसुओं को रोकते हुए उन्हें संभाला। वृद्ध मां योगेश और कुलदीप को देखने की जिद करने लगी, लेकिन उन्हें किसी तरह समझाकर शवों को मुक्तिधाम लेजाया गया, जबकि बेटा और घर का कर्ताधर्ता योगेश भी इस दुनिया में नहीं रहा तो वृद्ध मां पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

इधर चालक के घर भी मचा रुदन

इधर चन्दन नगर शील नगर के रहने वाले कार चालक सत्येन्द्र किरार का शव पहुंचते ही घर में रुदन मच गया। पत्नी और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। सत्येन्द्र का तीन माह का मासूम बेटा है, जिसके सिर से पिता का साया उठ गया है।

दोनों बुआ के शव भेजे उनके घर

भतीजे कुलदीप की शादी में उसकी दोनों बुआ रोहिणी उर्फ चन्द्रकला और मीनादेवी की भी हादसे में मौत हो गई थी। दोनों के शवों को उनके घरों पर रवाना कर दिया गया है। घरों पर उनके बच्चे और परिजन बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। शव देखते ही चीख-पुकार मच गई।

Updated : 1 July 2017 12:00 AM GMT
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