नरेंद्र मोदी ने कहा - 'इस तरह के कायर हमलों के सामने कभी नहीं झुकेगा भारत'
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श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकी साए के बीच अमरनाथ यात्री अपनी जान को खतरे में डालकर बाबा बर्फानी के दर्शन करने जा रहे है। सोमवार शाम को आतंकियों ने एक श्रद्धालुओं की बस को निशाना बना डाला। इस घटना में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 19 घायल हो गए। बता दें हताहतों में 2 पुरुष और 5 महिलाएं हैं। बस में कुल 54 लोग ही सवार थे। आतंकियों के हमले का शिकार हुई बस का नंबर GJ 09 Z 9976 है।
जानकारी के अनुसार इस रास्ते पर 50 मिनट पहले ही सुरक्षा हटाई गई थी। इससे पहले श्रद्धालुओं का आधिकारिक काफिला शाम 4 बजे अमरनाथ गुफा के लिए निकला था। इसके बाद 7.30 बजे पेट्रोल पार्टी ने गश्त हटा ली। ऐसे में इन यात्रियों को सुरक्षा खतरे में पड गई।
सूत्रों के अनुसार गुजरात की ये बस शाम 5 बजे श्रीनगर से बिना पुलिस सुरक्षा के आगे बढ़ी थी। इसके बाद बस में सवार यात्री शायद श्रीनगर में घूमने लगे और काफिले से अलग हो गए। बताया जा रहा है बस श्राइन बोर्ड में रजिस्टर भी नहीं थी। हमले में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है। ओम ट्रैवल्स की ये बस गुजरात के वलसाड से निकली थी। इनमें पांच महिला और दो पुरुष थे। आतंकी हमले में मरने वाले सभी श्रद्धालु गुजरात से हैं।
हम आपको बता दें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बैंक का कहना है कि ये बस आधिकारिक काफिले का हिस्सा नहीं थी और बस सभी सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया है। घायलों में से एक यात्री की तस्वीर सामने आई हैं। जो कि अस्पताल में भर्ती हैं। इनका नाम हर्ष देसाई है। हर्ष हमले का शिकार हुई बस के मालिक जवाहर भाई देसाई के बेटे हैं।
खबरों के अनुसार हमले के बाद सीएम महबूबा मुफ्ती अनंतनाग के अस्पताल पहुंचीं। घायलों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इस घटना से कश्मीर का सिर झुक गया है। दोषियों को छोड़ेंगे नहीं।
मोदी ने कहा, शांतिप्रिय अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की खबर से बहुत दुख हुआ है। इसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए। भारत इस तरह के कायर हमलों के सामने कभी नहीं झुकेगा।
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक ये यात्री दो दिन पहले ही अमरनाथ यात्रा पूरी कर चुके थे। ये लोग पिछले 24 घंटे से श्रीनगर और आसपास के इलाकों में घूम रहे थे। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में और जानकारी जुटाने में लगी हुई है।