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निगमायुक्त ने ठेकेदार से कहा- जल्द शुरू करें रोप-वे का कार्य

निगमायुक्त ने ठेकेदार से कहा- जल्द शुरू करें रोप-वे का कार्य
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निर्माण शुरू होते ही सार्थक होगा हैरीटेज सर्किट

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ग्वालियर। रोप वे के निर्माण की बड़ी बाधा दूर होने के बाद भी अभी तक रोप वे कार्य शुरू नहीं हुआ है। जिसको लेकर निगमायुक्त विनोद शर्मा ने बुधवार को कंपनी के ठेकेदार को जल्द कार्य शुरू करने को कहा है। इससे पहले एयर फोर्स ने निर्माण की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी कर दी थी, लेकिन अभी रेलवे की एनओसी शेष रह गई है, जिसको लेकर नगर निगम ने रेलवे को दो प्रस्ताव दिए हैं। वहीं निगमायुक्त ने ठेकेदार को निर्देश दिए हंै कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराया जाए।

पुरात्तव सर्वेक्षण विभाग से एनओसी मिलने के बाद अगस्त 2014 में रोप वे का महापौर विवेक नारायण शेजलवकर ने भूमि पूजन किया था। भूमि पूजन होने के बाद दामोदर रोप वे ने निर्माण सामग्री भी डालना शुरू कर दी थी, लेकिन एयरफोर्स की एनओसी व रेलवे की एनओसी नहीं होने की वजह से निर्माण शुरू नहीं हो सका। एयरफोर्स के पास एनओसी का आवेदन किया। एयर फोर्स ने एनओसी जारी कर दी थी, लेकिन उसके बाद भी रोप वे का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका।

रोप-वे शुरू होते ही पर्यटकों की बढ़ेगी संख्या

रोप-वे परियोजना का कार्य शुरू होता है तो ग्वालियर में देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी अप्रत्याशित वृद्धि होगी। इधर किले पर जाने के अभी दो रास्ते हैं। पहला उरवाई घाटी और दूसरा किलागेट। रोप-वे के निर्माण से दोनों रास्तों पर वाहनों का भी लोड कम होगा।

रेलवे को दिए दो प्रस्ताव

रेलवे ने रोप वे के निर्माण पर आपत्ति दर्ज कर दी थी कि अगर रोप वे टूट जाता है और वह ट्रेन पर गिरता है तो बड़ी जन हानि हो सकती है। इसलिए इसका निर्माण नहीं किया जाए। रेलवे की आपत्ति के बाद नगर निगम ने दो प्रस्ताव दिए। पहला जहां से रेल गुजरेगी, वहां टर्नल बना दिया जाए, लेकिन यह काफी खर्चीला है, जिससे खारिज कर दिया।

- दूसरा प्रस्ताव सिग्नल लगाने का था। जब भी ट्रेन निकलेगी, उस वक्त रोप वे को रोक दिया जाए। ट्रेन निकलने के बाद ही रोप वे को निकाला जाएगा। इस प्रस्ताव पर सहमति बनने के बाद निर्माण शुरू हो जाएगा।

- वहीं सूत्रों की माने तो रेलवे की एनओसी की जरूरत हीं नहीं है। क्योंकि जिस मार्ग से रोप वे बनेगा वहां पर नैरोगेज ट्रेन नहीं निकलेगी। क्योंकि नैरोगेज को ब्रॉडगेज में बदलने का प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका है। ऐसे में रोप वे लिए अब एनओसी की जरूरत नहीं होगी।

छह सौ मीटर लंबा होगा रोप-वे
फूलबाग के पास बोट क्लब के पीछे की जमीन रोपवे के लोअर टर्मिनल के लिए चिह्नित की गई है। यहां से किला स्थित गुरुद्वारे के नजदीक अपर टर्मिनल तैयार किया जाएगा। यहां से दो रोप पर छह ट्रॉलियां चलेंगी।

Updated : 6 July 2017 12:00 AM GMT
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