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डेरा प्रमुख दोषी, रोहतक जेल में रखे गए, जेल की सुरक्षा अर्द्धसैनिक बलों के हवाले, आज सुनाई जाएगी सजा

डेरा प्रमुख दोषी, रोहतक जेल में रखे गए, जेल की सुरक्षा अर्द्धसैनिक बलों के हवाले, आज सुनाई जाएगी सजा
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पंचकूला/नई दिल्ली/लखनऊ/जयपुर/चंडीगढ़

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को यौन शोषण मामले में दोषी करार दिया। सीबीआई कोर्ट द्वारा आज सुनाई जाएगी सजा । डेरा प्रमुख को रोहतक के जेल के बैरक नम्बर -6 में रखा गया है। जेल की सुरक्षा देर रात अर्द्धसैनिक बलों और पारा मिलिट्री के हवाले कर दिया गया है और जेल के चारो ओर जेल व जिला पुलिस के बदले अर्द्धसैनिक बल तैनात हो गए हैं। पूरा रोहतक सेना के हवाले हो गया है और सेना की टुकड़ियों का आना देर रात से ही शुरू हो गया है। फैसला आते ही उनके समर्थक बेकाबू हो गए। पांच राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी और दिल्ली में हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। पंचकूला में जमीन से आसमान तक अभेद्य सुरक्षा होने के बावजूद हिंसा की घटनाओं में अब तक 30 लोगों की मौत हुई जिसमें तीन बच्चे शामिल हैं। मरने वाले में 28 पंचकुला में और 2 सिरसा में मरे हैं | एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए जिसमें करीब 50-60 लोग गंभीर हालत में हैं। अस्पताल के बाहर हंगामा और अफरातफरी मची है। लोगों को आने जाने से रोका जा रहा है। मीडिया कर्मियों को भी रोका जा रहा है।

डेरा समर्थकों ने पंचकूला के सेक्टर 6 के सामान्य अस्पताल में भी पथराव किया। घायलों के साथ आने वाले लोग अस्पताल के कर्मचारियों के साथ बदतमीजी करते नजर आए। पथराव से अस्पताल की कई खिड़कियों के शीशे टूट गए। पथराव में एसएसबी का एक जवान बुरी तरह घायल हो गया। प्रदशर्नकारियों ने फायर ब्रिगेड के वाहन को भी फूंका। सिरसा में भी उन्होंने उत्पात मचाया। सेक्टर दो और चार में पथराव हुआ। सेक्टर तीन में अस्स्थायी जेल के पास भी समर्थकों ने हंगामा किया। पंचकूला के सेक्टर-5 में डेरा समर्थकों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस की जगह सेना ने मोर्चा संभाला। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की और आंसूगैस के गोले छोड़े। अब तक 17 शव सेक्टर 6 के सामान्य अस्पताल में, 4 शव सेक्टर 16 के अस्पताल में, 7 शव चंडीगढ़ पीजीआई में और 1 शव सिरसा के सामान्य अस्पताल में रखे गए हैं।

मीडियाकर्मियों पर भी हमला

अदालत का फैसला आते ही मीडिया कर्मियों को भी निशाना बनाया गया। न्यूज़ चैनल्स की ओबी वैनों पर भी हमला कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हिंसा में कुछ मीडियाकर्मी भी बुरी तरह जख्मी हो गए। आईजी रेंज अमिताभ ढिल्लो के नेतृत्व में टीम ने पेट्रोलिंग की। उग्र समर्थकों द्वारा पथराव व आगजनी और पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के कारण घायल हुए लोगों को लेकर एंबुलेंस की गाड़ियां स्थानीय अस्पताल लेकर पहुंचीं। डीसी पंचकूला गौरी पाराशर जोशी मौके पर पहुंचीं। वाटर कैनन से भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की गई। कोर्ट परिसर के बाहर खड़े समर्थकों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। हेलिकॉप्टरों से निगरानी की गई। सेना के घुड़सवार दस्ते ने भी गश्ती लगाई। सेना ने फ्लैग मार्च भी किया। पंचकूला के रिहायशी इलाकों की बिजली काटी गई। मगर हालात संभल न सके।

डीजीपी बीएस संधू सेक्टर 6 के सामान्य अस्पताल पहुंचे और हिंसा में घायल हुए लोगों का हाल पूछा। पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि पंचकूला अब पूरी तरह सुरक्षित है। हालात नियंत्रण में हैं। सभी प्रदशर्नकारियों को खदेड़ दिया गया है।

पंचकूला के पुलिस कमिश्नर अरसिंदर सिंह चावला ने सेक्टर 6 के सामान्य अस्पताल का दौरा किया और कहा कि क्षेत्र में स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। डेरा समर्थकों को खदेड़ दिया गया है। हिंसा में हुईं मौतों की सही संख्या का पता लगाने के लिए जांच जारी है। उन्होंने कहा कि जिन मीडियाकर्मियों के वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, वे इसकी शिकायत सम्बंधित थाने में दर्ज करा सकते हैं। उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कुछ असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार भी किया गया है।

एयरलिफ्ट कर रोहतक जेल ले जाया गया

हालात बेकाबू होते देख डेरा प्रमुख को एयरलिफ्ट कर रोहतक जेल ले जाया गया। जेल के अन्दर उन्हें बैकर नम्बर -6 में रखा गया है | पूरे जेल की सुरक्षा अर्द्धसैनिक बलों और पारा मिलिट्री के हवाले कर दिया गया है और जेल के चारो ओर जेल व जिला पुलिस के बदले अर्द्धसैनिक बल तैनात हो गए हैं |
डेरा प्रमुख की सारी संपत्ति जब्त करने का आदेश

पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने डेरा प्रमुख की सारी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है। न्यायमूर्ति एस एस सरो की खंडपीठ ने यह आदेश दिया। हाईकोर्ट में पंजाब की कानून-व्यवस्था के बिगड़ने की आशंका के चलते एक पिटीशन दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में हरियाणा सरकार से भी सवाल-जवाब किए और शनिवार को 11 बजे अपनी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री से की बात

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात की। सिंह ने सभी लोगों से खासतौर से डेरा समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की। हरियाण के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से शांति बनाए रखने और कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की अपील की है। राजनाथ सिंह ने शनिवार को अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हिंसा पर जताई चिंता

यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख को दोषी करार दिए जाने के बाद उपजी हिंसा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने आमजन से शांति बनाए रखने की अपील की है।

दिल्ली में 7 जगह हिंसा, यूपी में बस फूंकी, अन्यत्र भी उत्पात

दिल्ली में आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर खड़ी रीवा एक्सप्रेस की बोगियों में आग लगाई गई। दिल्ली के गोकुल पुरी, ख्याला समेत 7 जगहों पर बसों में तोड़फोेड़ की घटनाएं सामने आईं। दिल्ली बॉर्डर के इलाकों में अलर्ट कर दिया गया है। जगजीवन राम हॉस्पिटल के पास भी एक डीटीसी बस में आग लगा दी गई। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

यूपी के गाजियाबाद में दिल्ली-लोनी बॉर्डर पर बस में आग लगाई गई है।
पंजाब में भी हिंसा भड़की

डेरा प्रमुख पर कोर्ट के फैसले के बाद समर्थकों ने पंजाब के मलोट और मल्लुआना रेलवे स्टेशनों को आग लगाई गई। पंजाब के जीरकपुर में डेरा समर्थकों ने पथराव किया और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जीरकपुर से शिमला को जाने वाले मार्ग पर डेरा समर्थकों ने कई वाहनों में आग लगा दी। पंजाब के मुक्तसर में एक डेरा समर्थक ने आत्मदाह का प्रयास किया। डेरा समर्थकों ने बठिंडा में सुविधा केंद्र, बरनाला और मलौट में टेलीफोन एक्सचेंज को आग के हवाले कर दिया। मानसा में इनकम टैक्स दफ्तर भी फूंक दिया गया। डेरा प्रेमियों ने मलोट में छापियांवाली रोड पर पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ करके काफी नुकसान किया गया। राजपूरा के अंतर्गत माणकपूर खेड़ा में अज्ञात युवकों द्वारा सरकारी स्कूल को आग लगा दी गई। लहरागागा में अज्ञात लोगों द्वारा तहसील तहसील दफ्तर को आग लगा दी गई।

राजस्थान के श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में हालात तनावपूर्ण
अदालत के फैसले के बाद बाबा के समर्थकों ने पंजाब, हरियाण और दिल्ली में हिंसक घटनाओं के अंजाम देने के साथ ही राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भी जमकर उत्पात मचाया। इसके चलते श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। गंगानगर में तीन स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई है। उधर किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस को हाईअलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन ने हनुमानगढ़ और गंगानगर जिले में इंटरनेट सेवाएं गुरुवार से बंद कर रखी है।

श्रीगंगानगर में बाबा समर्थक उपद्रवियों ने पुरानी आबादी स्थित लेबर ऑफिस में पेट्रोल बम फैंककर आग लगा दी है। आग से कई फाइलें और महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए। वहीं चहल चौक पर एईएन की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों ने आजाद टॉकिज चौक स्थित बिजली ऑफिस में भी तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। यहां पर कई महत्वपूर्ण दस्तवाजे जल गए हैं।

हनुमानगढ़ में जिले में भी हालात हालात चिंताजनक हो चले हैं। अदालत के फैसले के बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। इसके चलते सावधानी के तौर पर दुकानदारों ने जिला मुख्यालय हनुमानगढ़ सहित संगरिया, टिब्बी व पीलीबंगा कस्बों में बाजार बंद कर दिया है। इस कारण हनुमानगढ़ टाउन व जंक्शन सहित अन्य जगह बाजार सुने हो गए। चोकसी के तौर पर बाजार में पुलिस गश्त कर रही है।

इस बीच प्रशासन ने सभी रोडवेज बसें बंद कर दी है तथा बसों को निकटतम थाने या रोडवेज डिपो में रोकने का निर्देश दिया है। इसके बाद रोडवेज बसों के पहिये थम गए हैं और सडकों पर यातायात नहीं जैसी हालत हो गई है। निजी ऑपरेटरों ने भी तोड़फोड़ की आशंका के चलते बसें गैराज में खड़ी कर दी हैं। इस बीच पूरे जिले में अफवाहें चल रही हैं। प्रशासन के आदेश पर दोपहर बाद पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। उधर बीकानेर जिले में एहितायात के तौर पर चप्पे- चप्पे पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। वहीं प्रशासन तीनों ही जिलों के हालातों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाके तक पहुंची हिंसा की आग

बाबा राम रहीम के खिलाफ सीबीआई अदालत का फैसला आने के बाद उनके समर्थक अनियंत्रित हो गए हैं। हरियाणा और पंजाब में भड़की हिंसा की आग उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाके में भी फैल गई है। उनके समर्थकों ने गाजियाबाद में एक सरकारी बस को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ भी की है।

राज्य सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अदालत के फैसले के बाद ही हाई अलर्ट जारी कर दिया था। मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, गाजियाबाद और नोएडा समेत कई जिलों में धारा 144 भी लागू कर दिया था। इसके अलावा प्रदेश में हरियाणा से लगी सीमा को भी सील कर दिया, फिर भी बाबा राम रहीम के समर्थक आगजनी की घटना को अंजाम देने में सफल रहे। हालांकि घटना के बाद पुलिस आरोपी समर्थकों की तलाश में दबिश दे रही है।
गाजियाबाद में बाबा राम रहीम के समर्थकों द्वारा आगजनी और तोड़फोड़ की घटना को देखते हुए हरियाणा और दिल्ली से सटे सभी इलाकों में पुलिस की गश्त तेज कर दी गई है। मेरठ में एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार के निर्देश पर थाना प्रभारियों को अपने-अपने इलाकों में पैदल गश्त करने के लिए कहा गया है।उधर बागपत जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से जिले के बरनावा में स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है। बताया जाता है कि आश्रम के अंदर सैकड़ों की संख्या में बाबा के समर्थक मौजूद हैं।

गौरतलब है कि दुष्कर्म के एक पुराने मामले में पंचकूला की सीबीआई अदालत ने आज बाबा राम रहीम को दोषी करार दे दिया है। अदालत के फैसले के बाद डेरा समर्थक अनियंत्रित हो गए हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनके समर्थक बवाल कर रहे हैं। इस हिंसा में अब तक करीब दो दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर है। प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद कुमार का कहना है कि राज्य के पश्चिमी जिलों विशेषकर हरियाणा से जुड़े जिलों में हाईअलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ऐतिहातन तौर पर क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स लगा गश्त किया जा रहा है। बवाल करने वाले बाबा के समर्थकों को चिह्ति कर लिया गया है।

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था ने बताया कि मेरठ और आगरा जोन में विशेष अलर्ट किया गया है। इस जोन के कई जिलों में बाबा राम रहीम के समर्थकों की अच्छी संख्या बतायी जाती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पश्चिमी जिलों में पांच दिन पहले ही इस सम्बंध में सचेत रहने को निर्देश जारी कर दिये गये थे।

क्या है मामला

25 अगस्त, 2017: सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया।

17 अगस्त, 2017: मामले की बहस खत्म हुई।

25 जुलाई, 2017: कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द निपट सके।

जून, 2017: डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने रोक लगा दी।

जुलाई, 2016: केस के दौरान 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।

2011 से 2016: लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।

अगस्त, 2008: ट्रायल शुरू हुआ और डेरा मुखी के खिलाफ चार्ज तय किए गए।

जुलाई, 2007: सीबीआई ने अंबाला सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।

दिसंबर, 2003: सीबीआई को जांच के निर्देश दिए गए। 2005-2006 के बीच में सतीश डागर ने इन्वेस्टिगेशन की और उस साध्वी को ढूंढा जिसका यौन शोषण हुआ था।

दिसंबर, 2002: सीबीआई ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।

मई 2002: लेटर के फैक्ट्स की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को साैंपा गया।

अप्रैल, 2002ः पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट और तब के पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक साध्वी ने शिकायत भेजी।

Updated : 26 Aug 2017 12:00 AM GMT
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