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इन्वेस्टर्स समिट में 4.28 लाख करोड़ का करार, नमामि गंगे परियोजना से जुड़ेंगे मुकेश अंबानी

इन्वेस्टर्स समिट में 4.28 लाख करोड़ का करार, नमामि गंगे परियोजना से जुड़ेंगे मुकेश अंबानी
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लखनऊ। यूपी इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों ने उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए अपना पिटारा खोल दिया। समिट के पहले दिन ही करीब 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 करार (एमओयू) हो गये। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने नमामि गंगे परियोजना से भी अपने को जोड़ने का वादा किया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने कहा कि गंगा नदी हम सबकी माता है। इसलिए स्वच्छ गंगा अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चालू की गयी नमामि गंगे परियोजना में भागीदारी के लिए मैं तैयार हूं। सरकार हमें जो दायित्व देना चाहे दे दे, हम उसमें पूरा सहयोग करेंगे। देश के शीर्ष उद्योगपति मुकेश अम्बानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाया जाए। हम सभी मिलकर उनके इस सपने को साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के संकल्प को पूरा करने के लिए रिलायंस ग्रुप ने जियो की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश में जियो के करीब दो करोड़ ग्राहक हैं। उन्होंने बताया कि वे जियो के नेटवर्क को प्रदेश के सभी गांवों में लेकर जायेंगे। दिसम्बर 2018 तक यूपी के हर गांव में जियो की पहुंच होगी।

उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश का हर नौजवान स्मार्ट बने। इसके लिए प्रदेश के हर नौजवान को 1500 रुपये में जियो फोन उपलब्ध करायेंगे।’

मुकेश अम्बानी ने कहा कि रिलायंस ग्रुप जियो के माध्यम से अगले तीन साल में प्रदेश में 10 हजार करोड़ का निवेश करेगा। इसके साथ प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से करीब 40 हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। यूपी के एक प्रतिष्ठित कैंपस में जियो उद्योग क्रांति के लिए एक सेंटर शुरू करेगा। हम हर किसान, अस्पताल, छोटे कारोबारियों को डिजिटल इंडिया से जोड़ेंगे। अंबानी ने इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि राज्य की कमान एक कर्म योगी के हाथ में है। यह स्थिति राज्य की परिस्थिति को बदलने में कारगर होगी। अंबानी ने कहा कि मैंने किसी भी समिट में किसी राज्य की राजधानी को इतना खूबसूरत सजा नहीं देखा। अब यूपी को बदलने से कोई रोक नहीं सकता। हम सब मिलकर इसे बदलेंगे। अगर यूपी विकास में आगे बढ़ेगा तो कोई भी ताकत देश को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। आज उत्तर प्रदेश बढ़ नहीं रहा बल्कि दौड़ने जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री ने दावोस में जो सम्मान पाया वह किसी बड़े स्टेट्समैन की तरह है।

महिंद्रा ग्रुप करेगा 25 हजार करोड़ का निवेश
इस अवसर पर महिंद्रा एण्ड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनन्द महिंद्रा ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। अपने को उत्तर प्रदेश से भावनात्मक रूप से जोड़ते हुए आनन्द महिंद्रा ने कहा कि इस सूबे से उनका पुराना नाता है। उन्होंने बताया, ‘मेरी माता जी का जन्म इलाहाबाद में हुआ और उनकी शिक्षा-दीक्षा लखनऊ में हुई। लखनऊ के एक स्कूल में वह अध्यापक भी रहीं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं मुसाफिर हूं वापस घर आ गया। उत्तर प्रदेश की तुलना देश के किसी अन्य प्रदेश से नहीं बल्कि दूसरे देश से करनी चाहिए।’

महिंद्रा एण्ड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के कई फायदे हैं। मानव संसाधन यहां सबसे अधिक है। यहां की जीडीपी विश्व के प्रमुख छह देशों में शामिल है। उन्होंने कहा कि वे यहां 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। उनका ग्रुप वाराणसी में इलेक्ट्रिक वाहन की एक फैक्ट्री लगायेगा।

अडानी ग्रुप करेगा 35 हजार करोड़ का निवेश
अडानी ग्रुप के मुखिया गौतम अडानी ने अपने संबोधन में बताया कि अगले पांच वर्ष में वे उत्तर प्रदेश में करीब 35 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप उत्तर प्रदेश में विश्व स्तर का फूड पार्क, लोजिस्टिक पार्क खोलेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में हमारा लक्ष्य सोलर पावर स्टेशन खोलने का है। इसके साथ ही मेट्रो बनाने और यूनिवर्सिटी बनाने में भी वे निवेश करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेतृत्व की तारीफ करते हुए उद्योगपति गौतम अडानी ने कहा, ‘जब आप 2002 में गुजरात में सत्ता में आये थे तब आप ही थे जिन्होंने सुधार करने की प्रक्रिया को पहली बार शुरू किया था। ये विकास के एजेंडे पर आधारित था। आपने 2003 में रिसर्च के वैसे प्रोग्राम शुरू करवाए जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था।” उन्होंने कहा कि इस तरह के समिट की आपने बहुत पहले ही कल्पना की थी। वाइब्रेंट गुजरात समिट का जिक्र करते हुए अडानी ने कहा कि एक समय शुरू हुए इस समिट में 500 उद्योगपति आते थे लेकिन 2017 में इसमें 100 देशों के 55,000 लोगों ने हिस्सा लिया था।

आदित्य बिड़ला ग्रुप ने किया 25 हजार करोड़ के निवेश का वादा
आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला ने प्रदेश में 25 हजार करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया। उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार देगा। प्रधानमंत्री की तारीफ में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश को नया भारत बना दिया। योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में निवेश के लिये अब अच्छा माहौल बन गया है। परिवहन का साधन और मानव संसाधन भी यहां अच्छा है। उन्होंने यह भी कहा कि ईज ऑफ डूईंग बिजनेस इंडेक्स में यूपी अब सातवें नंबर पर पहुंच गया है।

लखनऊ से टीसीएस को न ले जाने का चन्द्रशेखरन ने किया वादा
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) अब लखनऊ से कहीं नहीं जायेगी। वह राजधानी में अपनी सेवाएं जारी रखेगी। मजबूती के साथ वह प्रदेश में काम करेगी। दरअसल पिछले साल जुलाई में लखनऊ से टाटा कंसल्टेंसी की बंद होने की खबरें आयीं थीं। कर्मचारियों को मौखिक तौर पर बंदी का आदेश सुना दिया गया है। इस निर्णय से यहां काम कर रहे करीब 2000 पेशेवरों पर रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया। इस मामले में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि टीसीएस को वह लखनऊ से नहीं जाने देंगे। चंद्रशेखरन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब विकास के नए पंख खुल रहे हैं। ऐसे में हमारा कर्तव्य है कि हम सरकार का सहयोग करें। चंद्रशेखरन ने कहा कि वर्तमान में यहां पर हमारी कंपनी मौजूद है। हम हर क्षेत्र में यूपी का विकास करेंगे। चंद्रशेखरन ने इस दौरान ऐलान किया है कि टाटा ग्रुप 30,000 लोगों के लिए नया कैंपस बनाएगा। इसके अलावा वाराणसी में भी जल्द ही आईटी सेंटर की शुरुआत की जायेगी।

इसके अलावा उद्योगपति सुभाष चंद्रा ने कहा कि उनका जी ग्रुप आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में 18500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। उन्होंने बताया कि जी न्यूज नेटवर्क दुनिया के दूसरे नम्बर का नेटवर्क है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में उनके ग्रुप ने 30 हजार करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किया था, लेकिन सिर्फ 3 हजार करोड़ का ही काम कर पाया। नई सरकार का उद्देश्य सिर्फ एमओयू पर हस्ताक्षर करना ही नहीं है, यह सरकार वास्तव में नया उत्तर प्रदेश को बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इस सरकार के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के अध्यक्ष रशेस शाह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में मानव संसाधन का पूरा उपयोग करना चाहिए। इसके लिए उन्होंने विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा देने की वकालत की। अपोलो हास्पिटल ग्रुप की चेयरमैन शोभना कामिनेनी ने भी कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। वह भी यहां अपनी संभावनाओं की तलाश करने आयी हैं।

Updated : 22 Feb 2018 12:00 AM GMT
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