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श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन मां कनकेश्वरी देवी ने कहा- नए के चक्कर में पुराने को मत छोड़ो

श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन मां कनकेश्वरी देवी ने कहा- नए के चक्कर में पुराने को मत छोड़ो
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ग्वालियर/डबरा| हम सभी के लिए सबसे बड़ा, सबसे पुराना यदि कोई है तो वह ईश्वर है। संसार नया है, ईश्वर पुराना है, इसलिए नए के चक्कर में पुराने को नहीं छोड़ना चाहिए। भागवत कथा हमें पुराने समूह से जोड़ती है। यह विचार राष्ट्रसंत मां कनकेश्वरी देवी ने डबरा स्टेडियम प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन रविवार को व्यक्त किए। मां कनकेश्वरी देवी ने कहा कि जिस पर गुरु की कृपा हो जाती है, उस पर कभी भी कोई कठिनाई, समस्या, बाधा नहीं आती है और समाज के हित के कार्य में निरंतरता बनी रहती है।

परमात्मा को प्राप्त करने का उपाय गौ सेवा है:- मां कनकेश्वरी देवी ने कहा कि परमात्मा को प्राप्त करने का सरल उपाय गौ सेवा, मोरपंख, बांसुरी और राधा हैं। हम सब नारायण के बीज हैं। मोरपंख का मतलब अपनी आवश्यकता नहीं बढ़ाना, बांसुरी का मतलब सत्संग करना और सत्संग से ईश्वर की प्राप्ति होती है। गाय की जो सेवा नहीं कर सकता, वह किसी की भी मदद नहीं कर सकता है और राधा से मतलब आत्मा है। शरीर कितना भी सुंदर हो। अगर आत्मा निकल जाए तो शरीर बेकार है। आप किसी भी व्यक्ति के साथ रहो, पर आप उस जैसे नहीं बन सकते, लेकिन अगर आप तप करोगे तो उसकी शक्ति प्राप्त कर लोगे। उन्होंने कहा कि अवतार को आशीर्वाद की भूख हमेशा रहती है।
इन्होंने किया पोथी पूजन:- कथा के आरंभ में मुख्य यजमान एवं केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और उनके परिजनों के अलावा उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, जीडीए अध्यक्ष अभय चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा, पं. गोपाल दुबे, महेश उमरैया, रामबाबू कटारे, अशोक जैन एवं उपेन्द्र बैस आदि ने पोथी पूजन में भाग लिया।

इन्होंने की आरती
कथा के अंत में मुख्य पारीक्षत एवं केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती किरण सिंह, ज्येष्ठ पुत्र देवेन्द्र प्रताप सिंह (रामू), नवीन एवं नभकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राधेलाल बघेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व विधायक रणवीर रावत, साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, मछुआ कल्याण बोर्ड के सदस्य सेवक बाथम एवं शंकर इंडिया आदि ने आरती की।

आध्यात्म से बढ़ती है आत्मिक ताकत: तोमर
श्रीमद् भागवत कथा के समापन के बाद अपने उद्बोधन में कथा के मुख्य यजमान एवं केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राष्ट्रसंत कनकेश्वरी देवी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मानव की आत्मिक ताकत आध्यात्म से बढ़ती है। धर्म का प्रचार लोगों को प्रभु से जोड़ने का प्रयास है। श्री तोमर ने कहा कि मेरे विशेष आग्रह पर मां के आशीर्वाद से यह कथा डबरा में संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि कथा श्रवण से क्षेत्र में सात दिन तक लगातार राम-कृष्ण रस की गंगा प्रवाहित होती रही। प्रभु की आज्ञा, मां की कृपा और आप लोगों ने पूरे मन से कथा श्रवण की, उसके लिए सभी को साधुवाद। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रभारी तथा भाजपा के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कथा आयोजन में इनकी रही महती भूमिका
श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर मुख्य यजमान थे। कथा के आयोजन में डबरा के स्थानीय गणमान्यजन वीरेन्द्र जैन, दीपक माहौर, के.के. सोनी, धर्मेन्द्र गुर्जर, राजकुमार नारंग, बृजमोहन गुर्जर, भूपेन्द्र रावत, कप्तान सिंह, शैलू रावत, हेमंत सोनी, राजीव दुबे, अतुल दुबे, हेमंत शुक्ला आदि की महती भूमिका रही।

Updated : 26 Feb 2018 12:00 AM GMT
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