Home > Archived > निर्देश देने के बाद भूल गए शवगृह बनवाने की बात

निर्देश देने के बाद भूल गए शवगृह बनवाने की बात

निर्देश देने के बाद भूल गए शवगृह बनवाने की बात
X

ग्वालियर/सुजान सिंह। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इन दिनों एक ओर अपने कार्य करने के तरीके को लेकर लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं वहीं दूसरी ओर अब प्रशासन के अधिकारी भी अपने निर्देशों को लेकर चर्चाओं में आ गए हैं। विगत ढाई माह पहले संभाग आयुक्त द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मुरार जिला अस्पताल में शवगृह बनाने के निर्देश दिए गए थे, जिसे वे अब स्वयं भी भूल चुके हैं तो फिर विभागीय अधिकारी उस निर्देश पर अमल क्यों करेंगे।

यहां बता दें जयारोग्य चिकित्सालय के शवगृह में विगत ढाई माह पहले चूहे द्वारा महिला के शव की आंख कुतर जाने का एक मामला सामने आया था, जिसमें संभाग आयुक्त ने जांच कमेटी गठित कर फोरेंसिक के एक चिकित्सक को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही शवगृह के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एस. जादौन को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर तीन माह में जिला अस्पताल मुरार में शवगृह नहीं बना तो उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा, लेकिन उसके ढाई माह बीत जाने के बाद भी शवगृह बनने की तो दूर की बात है, आज तक इसका प्रस्ताव भी तैयान नहीं किया गया है। इतना ही नहीं अब तो इस मामले को संभाग आयुक्त ने भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। जब इस मामले में संभाग आयुक्त से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में शवगृह बनवाने की जिम्मेदारी सीएमएचओ की है। मुझे इससे कुछ भी लेना-देना नहीं है। मैंने तो जयारोग्य अस्पताल के शवगृह में व्यवस्थाएं चाक चौबंद करा दी हैं, जिससे यह साफ है कि शहर के अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्थाओं से न तो स्वास्थ्य अधिकारियों को कोई मतलब है और न ही संभाग आयुक्त को।

इनका कहना है

‘शवगृह का प्रस्ताव रोगी कल्याण समिति में रखा गया था, लेकिन वहां से अनुमति नहीं मिली है, इसलिए इसके लिए भोपाल मुख्यालय को पत्र लिखा जाएगा।’

डॉ. एस.एस. जादौन
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

Updated : 14 Aug 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top