ट्रेन का एसी फेल होने पर यात्री नहीं होंगे परेशान

ट्रेन का एसी फेल होने पर यात्री नहीं होंगे परेशान

टीआरडी विभाग करेगा निगरानी

ग्वालियर|
गर्मी शुरू होते ही ट्रेनों में एसी फेल होने की समस्या शुरू होने लगी है। रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की समस्या को देखते हुए एक नई योजना तैयार की है। अभी तक ट्रेन के इंजन में या एसी कोच में खराबी होने पर अलग-अलग विभाग इसे ठीक करते थे। इससे यात्रियों को एसी कोच ठीक होने का इंतजार करना पड़ता था। अब रेलवे का एक ही विभाग इंजन और एसी कोच की खराबी को दूर करेगा। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। वर्तमान में ट्रेन संचालन में रेलवे के कई विभाग के कर्मचारी कार्य करते हैं। इंजन व चालक पर यांत्रिक विभाग (परिचालन) का नियंत्रण होता है। कोच में खराबी, पानी, सफाई की समस्या पर यांत्रिक विभाग (सामान्य) एसी फेल होने या बिजली की अन्य समस्या के लिए विद्युत विभाग (सामान्य) के कर्मियों द्वारा ठीक किया जाता है। खराबी के लिए अलग अलग विभाग को सूचना देने और उन विभाग के कर्मियों के आने में देरी होने से ठीक होने में काफी समय लग जाता है। कई बार बिना एसी ठीक हुए ट्रेन को रवाना भी कर दिया जाता है। जिसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब रेलवे बोर्ड ने इस व्यवस्था पर रोक लगाने का आदेश दिया है और विद्युत विभाग (टीआरडी) को उक्त कार्य संचालित करने के लिए कहा है।
संयुक्त सचिव ने जारी किया पत्र
रेलवे बोर्ड के संयुक्त सचिव ने पत्र जारी किया है। जिसमें इंजन में खराबी, संचालन, ट्रेन का एसी, बिजली की खराबी आदि का काम विद्युत विभाग (टीआरडी) द्वारा कराया जाएगा। वर्तमान में उक्त कार्य करने वाले कर्मियों को विद्युत विभाग (टीआरडी) में तैनात करने का आदेश दिया है। कोच में बड़ी खराबी आने की स्थिति में यांत्रिक विभाग (सामान्य) द्वारा ठीक किया जाएगा।
बिजली या एसी की जानकारी टीटीई देंगे
कोच में बिजली आदि की समस्या होने पर टीटीई संबंधित विभाग को सूचना देकर ठीक करने का काम करेगा। नई व्यवस्था से कम समय में अधिक काम कराया जाएगा।
अगस्त तक रायरू में शिफ्ट होगा रेलवे का मालगोदाम
तीसरी व चौथी लाइन के आते ही स्टेशन पर बढ़ेंगे दो प्लेटफार्म
ग्वालियर। रेलवे स्टेशन पर स्थित मालगोदाम को चार माह के अंदर रायरू पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसके लिए रायरू पर बन रहे नए मालगोदाम में तेज गति से कार्य किया जा रहा है। अभी मालगोदाम के पास 20 टन क्षमता वाली डामर रोड पर 50 टन से अधिक क्षमता वाले ट्रक निकलने से जहां सड़कों में गड्ढे हो रहे हैं, वहीं दुर्घटना का भी डर है। ओवरलोड वाहनों से लोगों को खतरा रहता है। ज्यादा माल भरा होने से इन वाहनों के पलटने का खतरा रहता है। यदि कभी ओवरलोड वाहन आसपास के मकानों व दुकानों पर पलट गया, तो जन-धन की हानि हो सकती है। लेकिन जल्द ही आस-पास के लोगों को इससे निजात मिल जाएगी। उधर रेलवे की वाया ग्वालियर फोर्थ लाइन मंजूर होने के बाद थर्ड व फोर्थ लाइन के लिए प्लेटफार्मो की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके बात के संकेत उत्तर मध्य रेलवे ने महाप्रबंधक एमसी चौहान पहले ही दे चुके है।

जमीनों को होगा अधिग्रहण, बनेगा नया मास्टर प्लान
थर्ड लाइन और फोर्थ लाइन के आने से पहले ही रेलवे अब जमीनों को अधिग्रहण करने की योजना बना रहा है। इस काम के साथ ही स्टेशन का नया मास्टर प्लान तैयार करने के लिए समिति बनाई गई है। वहीं ग्वालियर रेलवे स्टेशन के आस-पास जिन विभागों ने रेलवे की जमीनों पर अतिक्रमण कर रखा है, उसे खाली कराने के लिए रेलवे एक नई योजना बना रहा है।

Next Story