संदेशखाली में CBI और NSG ने देर रात तक चलाया तलाशी अभियान, जानें क्या-क्या मिला
X
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में भारी मात्रा में बंदूकें, गोली-बारूद और बम बरामद किए जाने के बाद से यह इलाका एकबार फिर सुर्खियों में है। इसके लिए सीबीआई के साथ-साथ सेंट्रल फोर्स और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के जवान लगाए गए थे।
एनएसजी कमांडोज ने खासतौर पर डिजाइन किए गए रोबोट के जरिए संदेशखाली में तलाशी अभियान चलाया और बमों को बरामद कर निष्क्रिय किया। सीबीआई की ओर से बताया गया है कि रात 10:00 बजे तक तलाशी अभियान चलाया गया। शाहजहां शेख के करीबी रिश्तेदार अबू तालेब मुल्ला के घर छापेमारी की गई थी। यह घर भी बहुत खास जगह था। चारों तरफ से यह मछली पालन करने वाले तालाबों से घिरा और मुख्य सड़क से बिल्कुल कटा हुआ था। वहां जाने के लिए ईंटों की एक पतली सड़क बनी हुई थी। कुल मिलाकर इस घर पर किसी का भी संदेह जल्दी नहीं होगा और बहुत कम लोगों का यहां आना-जाना था।
सीबीआई की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि पांच जनवरी को ईडी अधिकारियों की छापेमारी के दौरान शाहजहां के लोगों ने हमला कर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों व ईडी अधिकारियों के सामान व हथियार छीन लिए थे। वहां से ऐसी ही कई चीजें बरामद हुई हैं। यहां से शाहजहां के कई सचित्र पहचान पत्र और दस्तावेज बरामद किये गये हैं।
सीबीआई की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक तलाशी के दौरान तीन विदेशी रिवॉल्वर, एक भारतीय रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कोल्ट कंपनी की रिवॉल्वर, एक विदेशी पिस्तौल, एक देसी बंदूक, नाइन मिमी की 120 गोलियां, 50 कारतूस प्वाइंट 45 कैलिबर के 120 कारतूस, प्वाइंट 380 के 50 कारतूस, प्वाइंट 32 के आठ कारतूस बरामद किये गये हैं।
शुक्रवार को सीबीआई और एनएसजी के अधिकारी दिनभर की तलाशी के बाद रात 9:54 बजे संदेशखाली के सरबेरिया मल्लीरपुर में अबू तालेब मोल्ला के घर से निकले। एनएसजी ने इस घर से कुछ किलोमीटर दूर एक सुनसान जगह पर रेत की बोरियों से घेर कर चार बमों को निष्क्रिय कर दिया। इसके बाद एनएसजी अन्य बरामद हथियारों को साथ ले गई है।
Swadesh News
Swadesh Digital contributor help bring you the latest article around you