Poisonous Liquor: बिलासपुर में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत, प्रशासन ने किया इंकार! जांच जारी ...

Update: 2025-02-09 03:41 GMT

7 People Died due to Poisonous Liquor in Bilaspur : बिलासपुर। न्यायधानी के कोनी थाना क्षेत्र के लोफंदी में जहरीली महुआ शराब पीने से 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि 4 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है. हालांकि प्रशासन इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहा है, वहीं मौत की असल वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ होगी। पुलिस और अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।

ग्रामीणों के मुताबिक बीते बुधवार को पहले एक की मौत हुई, फिर दो लोगों की जान गई, तब बीमारी समझकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। शुक्रवार की रात एक साथ चार लोगों की मौत हुई, तब कई दिनों से महुआ शराब पीने की सूचना मिली। जिन लोगों की मौत हुई हैं उनमे देव कुमार पटेल, शत्रुहन देवांगन, कन्हैया पटेल, कोमल लहरे, बलदेव पटेल, कोमल देवांगन ऊर्फ नानू, रामू सुनहले शामिल हैं।

ग्रामीणों के अनुसार 7 से 8 लोगों की मौत हुई है, जबकि चार लोग सिम्स में भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि एक हफ्ते से शराब की वजह से मौत का सिलसिला चल रहा है। गांव में हुई मौत को लेकर प्रशासन का कहना है कि दो से तीन दिन में 4 से 5 लोगों की मौत हुई है। मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.

आज लोफ़न्दी के सरपंच के भाई की मौत हुई है, तब अंतिम संस्कार से पहले मर्ग पंचनामा कर शव को पीएम के लिए भेजा गया हैं। मृतकों में 2 की रिपोर्ट नॉर्मल है, ऐसा बताया जा रहा है। अफसरों का कहना है कि 5 फरवरी को कोनी में शादी का कार्यक्रम था, जिसमें मृतक और परिवार के लोग शामिल हुए थे और खाना खाए थे। इसके पहले तालाब से मछली मारकर भी खायें हैं, अभी जांच जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा.

प्रशासन का यह है दावा

घटना की जांच हेतु प्रशासन एवं पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। टीम में पुलिस अधीक्षक, सीईओ जिला पंचायत, नगर निगम आयुक्त, एसडीएम एवं स्वास्थ विभाग की टीम शामिल थे। ग्रामीणों से प्रारंभिक पूछताछ एवं जांच-पड़ताल के आधार पर यह तथ्य प्रकाश में आया कि ग्राम लोफंदी के रहवासी श्रवण देवांगन के घर पर वैवाहिक कार्यक्रम 3 फरवरी से 6 फरवरी के बीच आयोजित हुआ, जिसमें ग्राम के ग्रामीणों को सामूहिक भोज में आमंत्रित किया गया था।

ग्रामीणों से पूछताछ में यह भी पता चला कि पिछले 4-5 दिवसों में गांव के कुछ ग्रामीणों की मृत्यु हुई है एवं कुछ व्यक्ति इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती हैं। मृत्यु पूर्व लक्षण पूछे जाने पर ग्रामीणों द्वारा पेट दर्द, उल्टी, चक्कर आना, सुस्ती इत्यादि बताया गया। एक ग्रामीण की मृत्यु सर्पदंश से होने की भी जानकारी प्राप्त हुई है।

5 फरवरी को देवप्रसाद पटेल एवं शत्रुहन देवांगन की मृत्यु हुई थी। मृतक देवप्रसाद पटेल की मृत्यु का मर्ग कोनी थाने में कायम किया गया था, जिसके पंचनामा एवं पुत्र के कथन में मृत्यु का कारण सर्पदंश अंकित है। 7 एवं 8 फरवरी को 5 व्यक्तियों की मृत्यु हुई, जिनके नाम रामूराम सुनहले, कोमल लहरे, कन्हैया पटेल, बलदेव पटेल एवं कुन्नू देवांगन है। बलदेव पटेल की मृत्यु श्रीराम केयर हास्पिटल में हुई एवं उनकी मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण कार्डियो एवं रेस्पिरेटरी अरेस्ट उल्लेखित है।

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