ACB के जाल में फंसा पटवारी: सीमांकन के लिए ले रहा था रिश्वत, अधिकारियों ने रंगे हाथों दबोचा

Update: 2025-04-04 07:21 GMT
Bribery Case

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ACB Arrested Patwari in Bribe Case : बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने वाड्रफनगर जनपद पंचायत के परसडीहा क्षेत्र में एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। यह पटवारी अपनी निजी भूमि के सीमांकन के लिए प्रार्थी से 10,000 रुपये की मांग कर रहा था। इस घटना ने एक बार फिर पटवारी और रिश्वतखोरी के बीच के रिश्ते को उजागर कर दिया है, जो आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है।

सीमांकन के नाम पर रिश्वत की मांग

प्रार्थी राजेश पटेल, जो परसडीहा, जनपद पंचायत वाड्रफनगर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज का निवासी है, ने अपनी निजी भूमि के सीमांकन के लिए स्थानीय राजस्व हल्का पटवारी हेमंत कुजूर को आवेदन दिया था। राजेश के अनुसार, पटवारी हेमंत कुजूर ने इस काम के लिए 10,000 रुपये की मांग की थी। प्रार्थी ने पहले ही बतौर एडवांस 2,000 रुपये पटवारी को दे दिए थे, और शेष 8,000 रुपये की रकम देने के लिए उसे तहसील कार्यालय के सामने बुलाया गया था।

एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा

4 अप्रैल 2025 को राजेश पटेल ने शेष 8,000 रुपये की रकम देने के लिए तहसील कार्यालय के ठीक सामने पटवारी हेमंत कुजूर से मुलाकात की। इसी दौरान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने पहले से तैयार जाल बिछाकर पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। एसीबी ने हेमंत कुजूर को 8,000 रुपये की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया ।

एसीबी ने हेमंत कुजूर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार, पटवारी के घर और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की जा सकती है, ताकि उसके पास मौजूद संपत्ति और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की जांच की जा सके।

बता दें कि, बलरामपुर जिले में यह पहला मामला नहीं है, जहां किसी पटवारी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया हो। इससे पहले भी नवंबर 2024 में सरगुजा एसीबी की टीम ने बलरामपुर जिले में एक पटवारी को 12,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।

उस मामले में पटवारी ने फौती नामांतरण और रिकॉर्ड दुरुस्त करने के लिए रिश्वत मांगी थी। इन घटनाओं से साफ है कि राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो आम लोगों को परेशान कर रही है।

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