मेहगांव उम्मीदवार चयन मे विलम्बता बनी काँग्रेस के लिए मुसीवत

डॉ गोविंद – सुरेश पचोरी के राजनेतिक पेच मे फसे कमलनाथ

Update: 2020-09-28 01:00 GMT

भिंड।  काँग्रेस पार्टी की उप चुनाव की दूसरी सूची मे भी मेहगाव विधान सभा के प्रत्यासी का नाम घोषित नही हो सका , उम्मीदवार के नाम चयन की विलम्बता काँग्रेस के साथ कमल नाथ के लिए मुसीवत बनती जा रही है ,वे सुरेश पचोरी व डॉ गोविंद सिंह की खीचतान मे बुरी तरह उलझ गए है सिंधिया के काँग्रेस पार्टी छोड़ने के वाद ग्वालियर -चंबल संभाग मे दिग्विजय सिंह के सबसे भरोसे बंद माने जाने वाले पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह सबसे बड़े चेहरे की गिनती मे शुमार तो हो गए है लेकिन उनका कद कितना बढ़ा है और कॉंग्रेस मे कितना महत्व है यह महगाव के टिकिट की घोसना के बाद स्पस्ट हो जाएगा , उन्होने महगाव मे टिकिट को लेकर एसा पेच फसा दिया है

डॉ गोविंद ने उछाले मेहगाव से तीन नाम

जहा महगाव विधान सभा से चो राकेश सिंह काँग्रेस टिकिट मिलने के पूरी आशा के साथ क्षेत्र मे उप चुनाव की सुगुबुगाहट के साथ ही धुआधार जनसम्पर्क मे जूटे है तो हेमंत कटारे ने भी महगाव मे अपने लोगो चुनाव लड़ने मंसूवे से अवगत करा दिया है लगभग इन दोनों मे से किसी एक का नाम चयन होना अंतिम स्थिति तक चल रहा था इसी वीच लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह ने स्थानीय उम्मीदवार का दाव खेलते हुये एक नया पेच फसाकर काँग्रेस हाइकमान को मंथन के लिए मजबूर कर दिया है , डॉ गोविंद सिंह की ओर से स्थानीय व जातिगत आधार पर एक नया पेनल दिया गया है जिसमे क्षत्रियो मे राहुल सिंह भदोरिया , ब्राह्मणो मे ब्रज किशोर शर्मा कल्लू व पिछड़ा वर्ग से राजेन्द्र सिंह गुर्जर का नाम उछाल दिया है इनमे राहुल भदोरिया डॉ साहब के भांजे है और ब्रज किशोर शर्मा कल्लू डॉ साहब के परम भक्तो मे एक है राजेन्द्र सिंह गुर्जर का नाम पिछड़ो की संतुष्टि व उनका भविष्य मे राजनेतिक समर्थन मिलता रहे इस दृष्टि से उपयुर्क्त नाम है

काँग्रेस मे टिकिट पाने के लिए आका बनाना जरूरी -

काँग्रेस पार्टी मे संगठन निष्ठा से ज्यादा व्यक्ति निष्ठा का महत्व है यह मेहगाव के टिकिट को लेकर मचे घमासान से स्पस्ट हो गया है ,महगाव से स्थानीय उम्मीदवार जो बर्षों से पार्टी की सेवा मे है उनका कोई नाम लेवा नही है , काँग्रेस से टिकिट की दावेदार रामहरी शर्मा एड , नाथु चुरारिया ,रजनी दीक्षित श्रीवास्तव इत्यादि दावेदारों का पक्ष रखने वाला कोई आका नही होने से टिकिट के मामले मे इनके नाम पिछड़ रहे है

उलझन मे फसे कमलनाथ अब क्या करेंगे -

जहा सुरेश पचोरी ने कमलनाथ को चो राकेश सिंह को महगाव से उम्मीदवार बनाने के लिए राजी कर लिया था वही चो राकेश के विरोधियो ने हेमंत को आगे कर कमलनाथ को उलझन मे डाल दिया है , हेमंत के पिता स्व सत्यदेव कटारे का जब सुरेश पचोरी से बिगाड़ खाता हुआ था तव उनकी नजदीकीया कमल नाथ से बढ़ गई थी और उनकी बदोलत टिकिट मिलने के साथ प्रदेश सरकार मे केबिनेट मंत्री मंत्री बने थे वर्तमान मे हेमंत उनही समन्धो की धुयाई के साथ शरणम गच्छामि हो गए है बही डॉ गोविंद सिंह ने अपने तीन नाम पेश कर उनकी उलझन को और बढ़ा दिया है

काँग्रेस के दिग्गज नेता हार के ठीकरा से बचाव की जुगत मे

अब काँग्रेस के कई दिग्गज नेता काँग्रेस की जीत के लिए नही बल्कि हार का ठीकरा से अपना बचाव के साथ एक दूसरे पर फोड़ने की जुगत मे है , जिस नेता की इच्छा के अनुरूप टिकिट नही हुआ, बही बगावत की तयारी मे है , सूत्रो की माने महगाव टिकिट की घोषणा के वाद काँग्रेस मे एक बार फिर भगदड़ मच सकती है ,

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