तिरुपति लड्डू विवाद: CBI ने 4 लोगों को किया गिरफ्तार, जानवरों की चर्बी मिलने का आरोप
Tirupati Laddu Controversy : नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की जांच करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर लड्डू बनाने के लिए घी की आपूर्ति में अनियमितताएँ करने और जानवरों की चर्बी मिलने के आरोप हैं। यह मामला उस समय सामने आया था जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर में इस्तेमाल किए गए घी की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे और दावा किया था कि घी में जानवरों की चर्बी के अंश पाए गए थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बिपिन जैन और पोमिल जैन शामिल हैं, जो रुड़की स्थित भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक हैं। इसके अलावा वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व विनय कांत चावड़ा और AR डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजू राजशेखरन भी गिरफ्तार किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक़ इन आरोपियों पर टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी करने और झूठे दस्तावेज बनाने का आरोप है। इसके साथ ही, यह भी आरोप है कि इन दस्तावेजों में भोले बाबा डेयरी से घी की आपूर्ति का संकेत मिला था, जबकि उस डेयरी के पास घी की आवश्यक आपूर्ति करने की क्षमता नहीं थी।
यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद, कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक नई SIT गठित करने का आदेश दिया था। इस SIT में CBI, आंध्र प्रदेश पुलिस और FSSAI के सदस्य शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया था कि राज्य सरकार द्वारा गठित SIT को इस मामले की जांच करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सीबीआई द्वारा की गई यह कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी तिरुपति प्रसाद विवाद में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। मामले की जांच जारी है और अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, तिरुपति मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर श्रद्धालुओं के बीच चिंता बनी हुई है।
यह मामला वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के कार्यकाल का है, जब यह विवाद शुरू हुआ था। तब से ही यह मामला राजनीतिक और धार्मिक दृष्टि से भी बेहद संवेदनशील बन गया है।