यूपीए सत्ता में आई तो GST के दायरे में आएंगे पेट्रोल-डीजल : भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महंगाई पर दी प्रतिक्रिया
नागपुर। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। नागपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बघेल ने कहा कि यदि कांग्रेस-नीत यूपीए को सत्ता मिली तो पेट्रोल को जीएसटी के दायरे में लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि एक देश एक टैक्स नीति के तहत कांग्रेस जीएसटी को लेकर आई थी। उस समय गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विरोध किया था। वहीं प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जीएसटी की संरचना में मनगढ़ंत तरीके से परिवर्तन कर आधी रात के समय देश पर जीएसटी थोपा। बघेल ने कहा कि इसके बावजूद मौजूदा केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में नही लाया है।
वित्तमंत्री को भेजी चिठ्ठी -
बतौर बघेल इस विषय को लेकर उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण को चिठ्ठी भेजी है। वित्त मंत्री के कार्यालय से चिठ्ठी का जवाब ना मिलने पर बघेल ने नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने बताया कि यदि यूपीए सत्तारूढ़ हुआ तो पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अब तक पेट्रोल 26 और डीजल के दामों में 42 प्रतिशत बढ़़ोतरी हुई है। देश की जनता बढ़ती महंगाई के चलते बेहाल है। बघेल ने देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई के लिए केंद्र को जिम्मेवार ठहराया।
ये है GST से बाहर -
उल्लेखनीय है कि एक जुलाई 2017 को जब जीएसटी लागू हुआ था तो केंद्र और राज्य सरकारों ने अपने राजस्व के मद्देनजर कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोल, डीजल और एटीएफ को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा था। इस पर केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने यहां अलग-अलग कर लगाती हैं और उससे आने वाला पैसा सरकारी खजाने में जाता है।