नई दिल्ली। लद्दाख में तनावपूर्ण माहौल बनाने वाला चीन अब साजिश रचने में पाकिस्तान की मदद कर रहा है। पाकिस्तान पीओके में चीन की मदद लेकर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल की साइट्स का निर्माण कर रहा है। खुफिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी सामने आई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एलओसी के पार कई स्थानों पर चीन की मदद से सैन्य बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए बहुत सारी निर्माण गतिविधियां देखी गई हैं। चीनी पीएलए अधिकारियों को इन गतिविधियों की देखरेख करने के लिए चुना गया है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट्स के निर्माण का काम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लसादाना ढोक के पास पाउली पीर इलाके में पाकिस्तानी सेना और पीएलए द्वारा किया जा रहा है।
निर्माण वाली साइट्स पर तकरीबन 120 पाकिस्तानी सेना के जवानों और 25-40 आम लोगों की मौजूदगी है। मिसाइल सिस्टम का कंट्रोल रूम ब्देल बाग में स्थापित किया जाएगा। इसमें पीएलए के तीन अधिकारियों समेत 10 जवानों की तैनाती होगी। एक अधिकारी ने कहा कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और पाकिस्तानी सैनिकों को पीओके में देओलियन और जुरा जैसे फॉरवर्ड इलाकों पर पाकिस्तान की 12वीं इंफेंट्री ब्रिगेड के साथ संयुक्त रूप से टोह लेते हुए भी देखा गया।
इससे पहले, भारतीय वायु सेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तान और चीन ने हाल ही में द्विपक्षीय अभ्यास में बढ़ोतरी की है। दिल्ली में एक वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोमवार को उन्होंने कहा कि भारत इसपर करीब से नजर बनाए हुए है।
भारतीय सेना ने दो मोर्चे के युद्ध के खतरे को लंबे समय तक झेला है। विवादित सीमाओं पर एक ही समय में सक्रिय चीन और पाकिस्तान से लड़ने के लिए भारत ने सशस्त्र बलों का सबसे अधिक इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से आगे बताया गया है कि पीओके के हतियान बाला जिले के चकोटी और चिनार गांव में भी इसी तरह का निर्माण देखा गया है।
वहीं, चीन के इंजीनियरों की मदद से जगलोट से गौरी कोट तक सड़क का निर्माण किया गया है, जिसे गुलतारी तक बढ़ाया जा सकता है। इस दौरान, जगलोट में पीएलए सैनिकों की भी मौजूदगी देखी गई है।