भारत-बांग्लादेश रिश्तों का नया अध्याय शुरू, प्रधानमंत्री मोदी और हसीना ने 3 परियोजनाओं का किया उद्घाटन

ये परियोजनाएं क्षेत्र में कनेक्टिविटी और ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेंगी।

Update: 2023-11-01 12:13 GMT

 नईदिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से त्रिपुरा के अगरतला और बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया जिले के अखौरा के बीच भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय रेल मार्ग का उद्घाटन किया। संयुक्त रूप से जिन तीन भारतीय सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें अखौरा अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक, खुलना - मोंगला पोर्ट रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट - II शामिल हैं।

अखौरा - अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक परियोजना को भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता के तहत क्रियान्वित किया गया है। बांग्लादेश में 6.78 किमी दोहरी गेज रेल लाइन और त्रिपुरा में 5.46 किमी के साथ रेल लिंक की लंबाई 12.24 किलोमीटर है। 

खुलना- मोंगला पोर्ट रेल लाइन परियोजना को भारत सरकार की रियायती ऋण सुविधा के तहत 388.92 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल परियोजना लागत के साथ कार्यान्वित किया गया है। इस परियोजना में मोंगला बंदरगाह और खुलना में मौजूदा रेल नेटवर्क के बीच लगभग 65 किलोमीटर ब्रॉड गेज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह मोंगला ब्रॉड गेज रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है।

1.6 बिलियन अमेरिकी डालर के भारतीय रियायती वित्तपोषण योजना ऋण के तहत मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के रामपाल में स्थित 1320 मेगावाट (2x660) सुपर थर्मल पावर प्लांट (एमएसटीपीपी) है। यह परियोजना बांग्लादेश-भारत मैत्री पावर कंपनी (प्राइवेट) लिमिटेड (बीआईएफपीसीएल) द्वारा कार्यान्वित की गई है, जो भारत की एनटीपीसी लिमिटेड और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के बीच 50:50 की संयुक्त उद्यम कंपनी है। मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-1 का सितंबर 2022 में दोनों प्रधानमंत्रियों द्वारा संयुक्त रूप से अनावरण किया गया था और यूनिट - 2 का उद्घाटन 1 नवंबर 2023 को किया जाएगा। मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट के संचालन से बांग्लादेश में ऊर्जा सुरक्षा बढ़ेगी। ये परियोजनाएं क्षेत्र में कनेक्टिविटी और ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेंगी।

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