PM Modi Uttarakhand Visit LIVE: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 6 मार्च को उत्तराखंड के दौरे पर हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया। वे सुबह करीब 10 बजे वे मुखवा में मां गंगा के शीतकालीन गद्दीस्थल पर पूजा-अर्चना और दर्शन करने पहुंचे। पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी एक ट्रेक और बाइक रैली को हरी झंडी दिखाएंगे और हरसिल में एक सार्वजनिक समारोह में जनसमूह को संबोधित भी करेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, "अपने ऊर्जावान नेतृत्व एवं अथक प्रयासों से देवभूमि उत्तराखंड के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले, राष्ट्र उत्थान के महान साधक, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आज देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।" बता दें कि, उत्तराखंड सरकार ने इस साल शीतकालीन पर्यटन कार्यक्रम शुरू किया है। हजारों श्रद्धालु पहले ही गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थलों के दर्शन कर चुके हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय अर्थव्यवस्था, होमस्टे, पर्यटन व्यवसाय आदि को बढ़ावा देना है।
PM Modi Uttarakhand Visit LIVE: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 6 मार्च को उत्तराखंड के दौरे पर हैं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया। वे सुबह करीब 10 बजे वे मुखवा में मां गंगा के शीतकालीन गद्दीस्थल पर पूजा-अर्चना और दर्शन करने पहुंचे। पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी एक ट्रेक और बाइक रैली को हरी झंडी दिखाएंगे और हरसिल में एक सार्वजनिक समारोह में जनसमूह को संबोधित भी करेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, "अपने ऊर्जावान नेतृत्व एवं अथक प्रयासों से देवभूमि उत्तराखंड के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले, राष्ट्र उत्थान के महान साधक, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आज देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।" बता दें कि, उत्तराखंड सरकार ने इस साल शीतकालीन पर्यटन कार्यक्रम शुरू किया है। हजारों श्रद्धालु पहले ही गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थलों के दर्शन कर चुके हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय अर्थव्यवस्था, होमस्टे, पर्यटन व्यवसाय आदि को बढ़ावा देना है।