उत्तरकाशी टनल में ड्रिलिंग पूरी, आखिरी पाइप डाला जा रहा, कुछ घंटों में रेस्क्यू की उम्मीद
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। रेस्क्यू टीम को गत बुधवार को ही सफलता मिल गई थी लेकिन अंतिम पाइप एस्केप टनल के आगे करीब तीन फीट हिस्सा हल्का मुड़ गया था, जिसे काटने की कोशिशें जारी हैं।
उत्तरकाशी । सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। रेस्क्यू टीम को गत बुधवार को ही सफलता मिल गई थी लेकिन अंतिम पाइप एस्केप टनल के आगे करीब तीन फीट हिस्सा हल्का मुड़ गया था, जिसे काटने की कोशिशें जारी हैं। उसके बाद सही एलाइनमेंट के आधार पर 800 एमएम की पाइप को पुश किया जाना है। सुरंग से मजदूरों को बाहर निकाले जाने के बाद तमाम जरूरी तैयारियों को जिला प्रशासन ने अंतिम रूप दे दिया है। सुरंग के बाहर बड़ी संख्या में एंबुलेंस भी मौजूद है। इसके साथ ही मेडिकल टीम व अन्य सहायताकर्मियों की तैनाती की गई है।
एयरलिफ्ट करने की भी तैयारी
उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिल्क्यारा टनल में 12 दिन से फंसे 41 मजदूरों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद नजर आ रही है। टनल के एंट्री पॉइंट से अमेरिकी ऑगर मशीन पूरे 60 मीटर तक ड्रिल कर चुकी है। टनल के अंदर आखिरी 800 एमएम (करीब 32 इंच) का पाइप डाला जा रहा है ।जानकारी के मुताबिक चिनूक हेलिकॉप्टर चिन्यालीसौड हवाई अड्डे पर लैन्ड करेगा। श्रमिकों को एयरलिफ्ट करने की जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल किया जाएगा। उधर, ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल को भी अलर्ट पर रखा हुआ है।
टनल के बाहर रातभर रहा रेस्क्यू टीम का पहरा
रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस सहित अन्य पैरामेडिकल टीमें कड़ाके की ठंड में पूरी रात मोर्चे पर डटे रहे हैं। कड़ाके के ठंड के बीच रेस्क्यू टीम आग के सहारे रहे।
सिल्क्यारा के लिए मुख्यमंत्री का काफिला तैयार
पिछले 12 दिनों से सुरंग में कैद 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के रेस्क्यू ऑपरेशन को धार दे रहे हैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार से उत्तरकाशी में डेरा डाले हुए हैं। आईटीबीपी गेस्ट हाउस में रुके मुख्यमंत्री के लिए उनका काफिला तैयार है और वे कभी भी उत्तरकाशी के लिए मूव कर सकते हैं।