भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में एक साथ हुई कार्रवाई: रियल एस्टेट कारोबारियों के 52 ठिकानों पर आयकर के छापे, त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी से 3 करोड़ नकदी जब्त, 10 लॉकर भी मिले...
भोपाल। भोपाल-इंदौर में निर्माण (कंस्ट्रक्शन) कारोबार करने वाली त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक राजेश शर्मा सहित उनसे जुड़े अन्य रियल एस्टेट कारोबारियों के 52 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को एक साथ कार्रवाई की।
कार्रवाई भोपाल, इंदौर के अलावा ग्वालियर में भी हुई। राजेश शर्मा एक मंत्री और पूर्व आईएएस अधिकारी के करीबी माने जाते हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार आयकर विभाग की टीम ने बुधवार सुबह 6.45 बजे सभी ठिकानों पर एकसाथ छापा मारा। जांच टीम को बुधवार शाम तक राजेश शर्मा के ठिकानों से 10 बैंक लॉकर की जानकारी मिली है।
इसके अलावा भारी मात्रा में ज्वेलरी मिली है, जिसके मूल्य का आकलन शाम तक नहीं हो सका था। टीम ने भोपाल, ग्वालियर और इंदौर में 52 ठिकानों पर छापेमारी की है। इनमें से 49 ठिकाने भोपाल के हैं, जिनमें राजेश शर्मा से जुड़े दीपक भावसार, विनोद अग्रवाल, रूपम शिवानी सहित अन्य के ठिकाने शामिल हैं। इंदौर में 2 और ग्वालियर में एक बिल्डर के यहां छापा मारा गया है।
आयकर विभाग की टीम ने शाम तक की जांच में 3 करोड़ रुपए नकदी जब्त की है, जिसमें से एक करोड़ 20 लाख रुपए एक अन्य बिल्डर के यहां से जब्त हुए हैं। इसके अलावा सभी बिल्डरों के यहां की गई छापेमारी में भारी संख्या में दस्तावेज, मोबाइल, कंप्यूटर हार्ड डिस्क तथा डेटा मिला है, जिसे जब्त कर लिया गया है।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर में यहां पड़े छापे
भोपाल में रियल एस्टेट कारोबारी क्वालिटी ग्रुप, ईशान ग्रुप और राजेश शर्मा के त्रिशूल कंस्ट्रक्शन ग्रुप के नीलबड़, एमपी नगर, कस्तूरबा नगर, होशंगाबाद रोड, 10 नंबर मार्केट, मेंडोरी, मेंडोरा, आरपीएम टाउन में स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए, जहां शाम तक जांच जारी थी।
इसी प्रकार इंदौर में भी त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के आदित्य गर्ग के यहां तथा ग्वालियर में कंपनी से जुड़े रामवीर सिकरवार के यहां छापे की कार्रवाई की गई है। उनके यहां कुछ महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने भी कार्रवाई की थी। उनके पास से 5 एकड़ जमीन खरीदने के दस्तावेज भी मिले हैं।
आयकर विभाग को कर चोरी की आशंका
आयकर विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिन बिल्डर्स के यहां गड़बड़ी के बाद छापेमारी की कार्रवाई की गई है, वे सभी जमीन की खरीद-बिक्री करते हैं और होटल सेक्टर में निवेश करते हैं। जांच के दौरान जमीन बेचने के मामले में जमा कराए जाने वाले नकदी से संबंधित 10 दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
इस जांच में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी सामने आने की आशंका है। इसकी तस्वीर अगले दो दिन में साफ हो पाएगी।
विधानसभा में पहुंची कार्रवाई की गूंज
रियल एस्टेट कारोबारियों पर आयकर विभाग के छापे की गूंज विधानसभा तक भी पहुंची। उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित करते कहा कि आपसे 9 महीने से आग्रह कर रहा था, बार-बार कह रहा था कि यहां भ्रष्टाचार है।
सेवानिवृत्त हो चुके पूर्व मुख्य सचिव ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है। अरबों-करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति अर्जित की। न जाने क्यों संरक्षण दिया जा रहा था। आज आयकर विभाग ने छापा मारा है और अगर बिना दबाव के जांच हो जाती है, तो बड़ा घोटाला निकलकर सामने आएगा। इन बिल्डरों की जहां जमीनें हैं, वहां ग्रीन बेल्ट कम कर दिए गए। गलत तरीके से नक्शे बदले गए, मेरे पास इसके प्रमाण भी हैं।