नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के नौगाम सेक्टर में सेना ने एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। शनिवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। मारे गए आतंकवादियों के पास से हथिया और युद्ध में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियां मिली हैं।
रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि आज सुबह, सैनिकों को उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के नौगाम सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि दिखी। उन्होंने बताया कि सैनिकों ने तेजी से घात लगाकर हमला किया जिसमें दो आतंकवादी मार गिराए गए। साथ ही उन्होंने बताया कि मौके से दो एके-47 राइफल और युद्ध में इस्तेमाल की जाने जैसी सामग्रियां जब्त की गईं।
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सफाए से बौखलाया पाकिस्तान आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में जुटा है। इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक पीओके में लॉन्चिंग पैड्स पर बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद हैं, जो सीमा पार करने की फिराक में हैं, लेकिन मुस्तैद सुरक्षाकर्मी उन्हें ढेर कर रहे हैं।
इस वर्ष 2020 में अब तक सुरक्षाबलों ने तीन दर्जन से अधिक ऑपरेशनों में करीब 100 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है, जबकि इनके 126 से ज्यादा मददगार गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 2019 में 150 से अधिक और 2018 में 250 से अधिक आतंकियों को मारा गया था। मारे गए 92 आतंकियों मे केवल 35 हिजबुल के ही हैं। संगठन के ऑपरेशनल प्रमुख कमांडर रियाज नायकू समेत कई कमांडरों को भी मारा जा चुका है।
ईद के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपने ऑपरेशंस में तेजी लाई है और आतंकी समूहों के शीर्ष नेतृत्व पर नजर रखी हुई है। कुलगाम में 25 मई को इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर के कमांडर आदिल अहमद वानी और लश्कर-ए-तैयबा के शाहीन अहमद ठोकर को मारा गया। इसके बाद कुलगाम के वानपोरा इलाके में 30 मई को हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर परवेज अहमद और जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर शाकिर अहमद को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया।