भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी की होगी वापसी, वर्ल्ड कप जिताने के लिए मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
नईदिल्ली। भारतीय टीम के टी -20 वर्ल्ड कप बाहर होने सेकरोड़ो फैंस के मन में निराशा है। सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली 10 विकेट की करारी हार ने टीम प्रबंधन पर कई सवाल खड़े कर दिए है। जिसके बाद बीसीसीआई टीम में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है।बताया जा रहा है की बीसीसीआई भारत को दो वर्ल्ड कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को वापिस लाने की योजना बना रही है। उन्हें टीम में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टीम इंडिया में नई जान फूंकने के लिए बीसीसीआई तीनों फॉर्मेट के लिए अलग-अलग टीम और कप्तान नियुक्त करने पर विचार कर रही है। इसके साथ ही इन टीमों के लिए अलग-अलग कोचिंग स्टाफ भी अपॉइंट किया जा सकता है।फिलहाल हार्दिक पंड्या को टी-20 का पूर्ण कलिक कप्तान बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है।
इसी बीच एक बड़ी बात निकलकर सामने आ रही है की 2007 में टीम इंडिया को टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी को बीसीसीआई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकता है। आईसीसी टूर्नामेंट में टीम इंडिया को किस तरह क्रिकेट खेलना चाहिए, इसको लेकर महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में जिम्मा सौंपा जा सकता है। माना जा रहा है की धोनी को टीम का डायरेक्टर या कोच नियुक्त किया जा सकता है
मेंटर की निभा चुके भूमिका -
बता दें की महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2020 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। अभी वे लगातार आईपीएल खेल रहे हैं। बीसीसीआई ने साल 2021 के टी20 विश्व कप के लिए एमएम धोनी को टीम इंडिया के मेंटॉर की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन उस साल टीम पहले दो मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हार गई थी, उसके बाद तीन लगातार मैच जीतने के बाद भी टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई थी। धोनी का बीसीसीआई के साथ ये करार सिर्फ विश्वकप तक ही था, इसलिए इसका ज्यादा असर नहीं दिखा। अब बीसीसीआई इस करार को परमानेंट करने के मूड में है।
ये होगी भूमिका -
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि धोनी के अगले साल के आईपीएल से संन्यास लेने की उम्मीद है और ऐसे में बीसीसीआई उनके अनुभव और तकनीकी कौशल का सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए उत्सुक है. खबरों की मानें तो धोनी को बतौर 'डॉयरेक्टर ऑफ क्रिकेट' नियुक्त किया जा सकता है.इसे लेकर इस महीने के आखिर में होने वाले एपेक्स काउंसिल की बैठक में कोई फैसला लिया जा सकता है.