Guillain Barre Syndrome: महाराष्ट्र के इस शहर में फैली रहस्यमयी बीमारी, बढ़ते मामलों पर एक्सपर्ट भी हुए हैरान
इस रहस्यमयी बीमारी का नाम गुलियन- बैरे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) है लाखों में किसी एक मरीज को होती है लेकिन लगातार आ रहे मामलों ने दहशत फैला दी है।;
Guillain Barre Syndrome: महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों एक खतरनाक बीमारी का प्रकोप जारी है जिसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पुणे में 101 मामले आ चुके हैं तो वहीं अब तक एक मौत एक बीमारी से दर्ज हुई है। इस रहस्यमयी बीमारी का नाम गुलियन- बैरे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) है लाखों में किसी एक मरीज को होती है लेकिन लगातार आ रहे मामलों ने दहशत फैला दी है।
क्या होती है गुलियन- बैरे सिंड्रोम नामक बीमारी
आपको बताते चलें कि, यह बीमारी एक तरह से ऑटो इम्यून डिजीज है। जिसमें शरीर की इम्यूनिटी गलती से शरीर की सेल्स पर ही हमला करती है. इससे मरीज को कई तरह की गंभीर समस्याएं होने लगती है। दरअसल इस बीमारी के बढ़ने का कारण इम्यून सिस्टम का शरीर की नवर्स पर हमला करना माना जाता है।
ये फैक्टर बढ़ाते है बीमारी का खतरा
आपको बताते चलें कि,कुछ और फैक्टर भी हैं जो इस बीमारी का कारण बन सकते हैं
इन्फ्लूएंजा वायरस
साइटोमेगालो वायरस
एप्सटीन-बार वायरस.
जीका वायरस.
हेपेटाइटिस ए, बी, सी और ई।
एचआईवी
माइकोप्लाज्मा निमोनिया
हॉजकिन लिंफोमा
पानी में पाया जाता है बीमारी फैलाने वाला बैक्टीरिया
यहां पर बात करें तो मरीजों के सैंपल में अस्पतालों के लैब की जांच में कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया का पता चला है, जो पानी में पाया जाता है और अगर कोई व्यक्ति इस बैक्टीरिया वाले पानी को पी लेता है तो यह बैक्टीरिया उसके शरीर में चला जाता है. यह बैक्टीरिया उल्टी दस्त जैसे लक्षण पैदा करता है। गंभीर मामले इस बीमारी के होते हैं।
बीमारी के लक्षण और इलाज
इस बीमारी की शुरुआत अधिकतर मामलों में हाथ पैरों के सुन्न होने से होती हैं, इससे संक्रमित मरीज को हाथ पैरों में झुनझुनी भी होती है। कुछ मामलों में बुखार, हार्ट बीट का अचानक बढ़ना और सांस लेने में परेशानी भी हो सकती है।डॉ अजीत बताते हैं कि गुलियन-बैरे सिंड्रोम का कोई निर्धारित इलाज नहीं है, केवल लक्षणों के आधार पर ट्रीटमेंट किया जाता है. कुछ मामलों मं प्लाजमा थेरेपी और इम्यूनोग्लोबिन थेरेपी की मदद से बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं।