मप्र उपचुनाव : कांग्रेस अजूबा पार्टी, जिसमें अध्यक्ष भी नहीं : मुख्यमंत्री शिवराज
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस तो अजूबा पार्टी है, जिसमें अध्यक्ष भी नहीं है। मैडम सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष हैं। राहुल गांधी पार्टी में कुछ नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री हटाने का फैसला राहुल जी कर देते हैं। कांग्रेस पार्टी नहीं, ये तो सर्कस हो गई है। मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को खंडवा संसदीय क्षेत्र के बुरहानपुर विधानसभा बुरहानपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि हम सभी के प्रिय नंदू भैया हमेशा गरीब, कमजोर, पिछड़े व जरूरतमंद वर्ग की मदद के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया।
उन्होंने कहा कि नंदू भैया अपने लिये नहीं जिये, पार्टी और आपके लिए सदैव जिये। आपको आज एक वचन देता हूं कि नंदू भैया के हर सपने को पूरा करके क्षेत्र का हरसंभव विकास करूंगा। कांग्रेस की तो अजब हालत है। पार्टी में अध्यक्ष का पता ही नहीं, जी 23 का अलग ही ग्रुप चल रहा है। पंजाब में चलती सरकार में मुख्यमंत्री बदल दिया, तो छत्तीसगढ़ में 50-50 की खींचतान है! दिग्विजय सरकार ने तो प्रदेश का सत्यानाश कर दिया था। सड़क में गड्ढा कि गड्ढे में सड़क, सब गड्ढम गड्ढा था। भाजपा की सरकार ने सड़क से लेकर पानी तक बिजली से लेकर शिक्षा तक हर क्षेत्र में विकास कार्य किये।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने सड़क, पुल पुलिया, स्कूल, अस्पताल सहित विभिन्न निर्माण कार्यों को रोकने का पाप किया। मैं किसान भाई-बहनों के श्रम को नमन करता हूं। प्रधानमंत्री किसान सहायता योजना में 6000 की राशि में मैंने अपनी तरफ से 4,000 रुपये जोड़कर इसे 10,000 रुपये किया। आप मेहनत करें, आपके श्रम का पूरा सम्मान होगा। स्व-सहायता समूह के माध्यम से हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा लक्ष्य है कि मेरी बहन कम से कम महीने में रु. 10000 की आमदनी जरूर करें। महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी, तो प्रदेश का विकास होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आई, तो सड़क, पुल-पुलियों और विकास के सभी काम बंद कर दिये, केवल कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार चल रहा था। हम 0%पर किसानों को कर्ज देते थे, इसे भी बंद कर दिया था। हमारी सरकार आई, तो हमने फिर से इसे प्रारंभ कर दिया। किसानों, गरीबों और हर वर्ग का कल्याण हमारा ध्येय है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मेरे मेधावी बच्चों तुम्हें मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईएम जैसी उच्च संस्थाओं में प्रवेश मिला, तो फीस हमारी सरकार भरवायेगी। आयुष्मान योजना में केवल सरकारी अस्पताल ही नहीं, प्राइवेट अस्पतालों में भी पांच लाख रुपये तक इलाज की व्यवस्था है। हर गरीब को रोटी, कपड़ा और मकान के साथ इलाज की समुचित व्यवस्था मिले, इसके लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है।