दिल्ली: मेक इन इंडिया कॉन्सेप्ट में फेल, बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं- लोकसभा में बोले राहुल गांधी

Update: 2025-02-03 09:37 GMT

Rahul Gandhi in Lok Sabha

Rahul Gandhi Lok Sabha Speech : नई दिल्ली। बजट सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है। बीजेपी सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत की है। इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मेक इन इंडिया, बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा है।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि, मैंने राष्ट्रपति का भाषण सुना। वे पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं। हमने ये किया, हमने ये किया हमने वो किया। मैं संसद में बैठकर उन्हें सुन रहा था, मैं सिर्फ उसके खिलाफ जो उन्होंने बोला। आज मैं वो बताऊंगा कि उनका संबोधन कैसा हो सकता था।

मेक इन इंडिया अच्छा आइडिया लेकिन पीएमफेल

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। हम यह सोच रहे थे कि इंडिया ब्लॉक की सरकार होती तो राष्ट्रपति का अभिभाषण कैसा होता। इसमें बेरोजगारी का कोई जिक्र नहीं, ना तो यूपीए, ना ही एनडीए ने युवाओं के रोजगार के सवाल का क्लियर कट जवाब दिया।प्रधानमंत्री ने मेक इन इंडिया की जो बात की, वह अच्छा आइडिया है, लेकिन मैन्यूफैक्चरिंग फेल रही है। हम प्रधानमंत्री पर दोषारोपण नहीं कर रहे, पीएम ने कोशिश की, ये आइडिया सही था लेकिन वे फेल रहे हैं। 

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि, मुझे याद है कि चुनाव से पहले आप सभी (भाजपा) '400 पार' कह रहे थे और कह रहे थे कि आप इसे (संविधान का हवाला देते हुए) बदल देंगे। और फिर मुझे यह देखकर खुशी हुई कि प्रधानमंत्री अंदर आए और फिर उन्हें संविधान के सामने अपना सिर झुकाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह सभी कांग्रेसियों के लिए गर्व का क्षण था कि हमने प्रधानमंत्री और पूरे देश को समझाया कि कोई भी ताकत इसे छूने की हिम्मत नहीं करेगी। 

राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव से पहले दो चुनाव आयुक्त लाए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि कैलकुलेटेड रणनीति थी। चुनाव आयोग में हमें न्याय नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने भगवान शिव का जिक्र करते हुए कहा कि देश को पुरानी विरासत से जुड़े रहने की जरूरत है। आप सरदार पटेल का जिक्र करते हो लेकिन उनके मूल्यों को रोज कुचलते हो। आप भगवान बुद्ध की बात करते हो, लेकिन उनके मूल्यों को नहीं मानते।

राहुल गांधी ने कहा कि चीन उत्पादन में हमसे आगे है। हमारे यहां कास्ट सिस्टम बेहतर है। उत्पादन क्रांति पर भारत और अमेरिका सहयोग की वकालत करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, यह भी कहा कि हमारे बिना अमेरिका में उत्पादन संभव नहीं है। भारतीय बैंकिंग सिस्टम को बदलने की जरूरत है।

तेलंगाना में कास्ट सेंसस का जिक्र करते हुए कहा कि तेलंगाना में 90 फीसदी एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक हैं। ओबीसी की आबादी देश में 50 फीसदी से कम नहीं है। बीजेपी के ओबीसी सांसद मुंह नहीं खोल सकते। बीजेपी के ओबीसी, एससी-एसटी सांसदों को कोई पावर नहीं है। इस पर बीजेपी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई।

बता दें कि, 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू हुए बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया था। दूसरे दिन 1 फरवरी को वित्त मंत्री ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश किया था। 


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